कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए शुक्रवार को नामांकन भरने वाले वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को राज्य सभा के नेता के रूप में त्यागपत्र दे दिया। पार्टी के ‘एक व्यक्ति एक पद’ नियम के तहत खड़गे ने त्यागपत्र दिया है। इस नियम के चलते ही राजस्थान में कांग्रेस को फ़ज़ीहत झेलनी पड़ी थी और लगभग कांग्रेस अध्यक्ष पद की देहलीज पर पहुँच चुके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अध्यक्ष पद के चुनाव से अपना नाम वापस लेना पड़ा था।
खड़गे ने राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जदगीप धनखड़ को अपना इस्तीफा सौंपा है। उन्होंने कल ही कांग्रेस पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। खड़गे जिनके कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीतने की प्रवल संभावना है, को पार्टी का जबरदस्त समर्थन देखने को मिला है।
उन्होंने 2021 में राज्यसभा में नेता विपक्ष का पद संभाला था। इससे पहले वे खड़गे लोकसभा में भी कांग्रेस दल के नेता रहे हैं। पार्टी खड़गे की जगह अब नया नेता नियुक्त करेगी। वरिष्ठ नेताओं दिग्विजय सिंह से लेकर आनंद शर्मा, पी चिदंबरम, केसी वेणुगोपाल में से किसी एक को चुना जा सकता है।
उधर सभी की नजर इस बात पर भी लगी है कि राजस्थान को लेकर नेतृत्व क्या फैसला करता है। गहलोत की माफी के बाद माना जा रहा है कि शायद आलाकमान अभी उन्हें पद से न हटाए। सचिन पायलट भी राज्य में कांग्रेस को मिलकर मजबूत करने की बात कर चुके हैं, लिहाजा स्थिति अभी साफ़ नहीं है।