हमारा 5G इंपोर्टेड नहीं, पूरी तरह से स्वदेशी है, बाकी देशों को भी दे सकते हैं सुविधा, अमेरिका में बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत का सार्वजनिक सामान उन देशों के लिए उपलब्ध है, जिनकी उन्हें जरूरत है।

केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय 5G सेवा को लेकर बड़ा बयान दिया है। अमेरिका स्थित जॉन्स हॉपकिन्स स्कूल ऑफ एडवांस्ड इंटरनेशनल स्टडीज में छात्रों के साथ बातचीत के दौरान निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत ने स्वदेशी 5G इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया है और हम इसे अन्य देशों के साथ भी साझा करने के लिए तैयार है।

निर्मला सीतारमण ने भारत के 5 जी तकनीक की तारीफ करते हुए कहा, “भारत में 5G तकनीक पूरी तरह से स्वदेशी है। इसे कहीं और से आयात नहीं किया गया है और यह देश का अपना उत्पाद है। कहानी अभी जनता तक नहीं पहुंची है। हमने अपने देश में जो 5G लॉन्च किया है, वह पूरी तरह से स्वदेशी है, स्टैंडअलोन है। इसका प्रसार बहुत तेजी से होता है। 2024 के अंत तक देश के अधिकांश लोग इस तकनीक का लाभ उठा सकेंगे। हमें भारत की उपलब्धि पर बेहद गर्व है।”

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत की 7.5 लाख पंचायतों में से 80 प्रतिशत में ऑप्टिकल फाइबर पहुंच चुका है। मोदी सरकार के दृष्टिकोण के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत में टेक्नोलॉजी के उपयोग से सुशासन हासिल किया जा रहा है और अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण की क्षमता को बढ़ाने के कारण परिवर्तन हुआ है।

निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत सरकार ने जनता की भलाई के लिए जो ओपन-सोर्स नेटवर्क बनाया है, वह छोटे और मध्यम उद्योगों को अपने संचालन को बढ़ाने में मदद कर रहा है। वित्त मंत्री ने कहा, “यहां खड़े होकर मैं दोहराना चाहती हूं कि भारत का सार्वजनिक सामान उन देशों के लिए उपलब्ध है, जिनकी उन्हें जरूरत है।

निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा कि ‘मुद्रा’ योजना के तहत दिए गए सभी ऋणों में से 45 प्रतिशत ऋण महिलाओं को दिया गया है। उन्होंने कहा, ” ऐसे समय थे जब भारत वैश्विक बेंचमार्क को देखता था। लेकिन अब डिजिटल मोर्चे पर, भुगतान, स्वास्थ्य, शिक्षा पर भारत ने वास्तव में बेंचमार्क स्थापित किया है।”

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