केंद्र सरकार के तमाम दावों के विपरीत कश्मीर में आतंकी वारदातों में कोई कमी नहीं आ रही है। तीन दिन पहले एक कश्मीरी पंडित की हत्या के बाद आतंकियों ने अब दो प्रवासी मजदूरों की हत्या कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता इन हत्याओं पर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार से पूछा है कि अब तो धारा 370 भी नहीं है तो क्यों यह हत्याएं हो रही हैं। इस बीच घाटी में कश्मीरी पंडित की हत्या के बाद समुदाय के लोगों के प्रदर्शनों में मोदी सरकार के खिलाफ नाराजगी उभरती दिख रही है।
तीन दिन पहले ही कश्मीर में आतंकियों ने कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी थी जिससे यह आशंका जोर पकड़ रही है कि घाटी में आतंकी फिर से पाँव पसार चुके हैं और उनपर लगाम लगानी की कोशिशें पूरी तरह रंग नहीं ला पाई हैं। कश्मीरी पंडित पूरण कृष्ण भट्ट की हत्या के बाद अब आतंकियों ने शोपियां में दो प्रवासी मजदूरों की हत्या कर दी है।
आतंकियों के ग्रेनेड का शिकार हुए दोनों दोनों मजदूर मनीष कुमार और राम सागर उत्तर प्रदेश में कन्नौज के रहने वाले थे। इन हत्याओं की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) ने ली है। एजेंसियों के मुताबिक यह हत्याएं करने वाले आतंकी एलईटी के हाइब्रिड आतंकी हैं। पुलिस ने दवा किया है कि उसने हमलावर आतंकी इमरान बशीर गनी को पकड़ लिया है।
इन मजदूरों की हत्या दक्षिण कश्मीर के शोपियां में हरमन के पास तब की गयी जब आतंकियों ने उनपर ग्रेनेड फेंक दिया। इस तरह पिछले तीन दिन में आतंकियों ने तीन लोगों की टारगेट किलिंग की है जिनमें दो गैर कश्मीरी और एक कश्मीरी पंडित है।