मल्लिकार्जुन खड़गे बुधवार को बाबू जगजीवन राम के बाद कांग्रेस के दूसरे दलित अध्यक्ष बन गए। कांग्रेस मुख्यालय में कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें एक कार्यक्रम में अब से कुछ देर पहले अध्यक्ष पद का जिम्मा सौंपा। इस दौरान चुनाव अधिकारी मधुसूदन मिस्त्री ने उन्हें जीत का प्रमाण पत्र सौंपा। पद ग्रहण करने के बाद खड़गे ने कार्यकर्ताओं को पार्टी के आँख और कान बताया। खड़गे पद संभालने से पहले गांधीजी, नेहरू, शास्त्री, इंदिरा गांधी और जगजीवन राम की समाधि गए और उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा – ‘खड़गे को अध्यक्ष पद की कमान सौंपकर मैं राहत महसूस कर रही हूँ। मेरे सिर से बोझ उतर गया है और अब खड़गे यह जिम्मेदारी संभालेंगे।’ इससे पहले सोनिया और राहुल ने मंच पर खड़गे को गुलदस्ता सौंपकर उनका स्वागत किया।
कांग्रेस अध्यक्ष पद शपथ के लिए एआईसीसी मुख्यालय पहुंचने से पहले खड़गे ने राजघाट में गांधीजी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे जवाहर लाल नेहरू, लालबहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, जगजीवन राम और राजीव गांधी की समाधि पर गए। खड़गे ने पद संभालने से पहले गांधीजी के साथ कांग्रेस की तीन पीढ़ियों को नमन किया।
खड़गे ने मंगलवार शाम पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मुलाकात की थी। याद रहे कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के नतीजों में मल्लिकार्जुन खड़गे ने शशि थरूर को 6825 वोट से हराया था। सोनिया गांधी के बाद अध्यक्ष पद के लिए सबसे बड़े अंतर से जीतने वाले खड़गे दूसरे नेता हैं। वे जगजीवन राम के बाद कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाले दूसरे दलित नेता हैं। इसके अलावा वे कर्नाटक से इस पद को संभालने वाले दूसरे नेता भी हैं।
खड़गे ने इस मौके पर कार्यकर्ताओं को पार्टी की आँख और कान बताया और कहा कि कार्यकर्ताओं के बिना पार्टी कुछ नहीं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश और गुजरात के विधानसभा चुनाव का भी जिक्र किया और कहा कि पार्टी इन राज्यों में जीत के लिए पूरी ताकत झोंक देगी।