पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) के नेता इमरान खान की सेहत में सुधार हो रहा है। गुरुवार को एक जनसभा के दौरान उन पर जानलेवा हमले में टांग पर गोली लगने के बाद उन्हें शौकत खानम अस्पताल में भर्ती किया गया है जो उनकी माता के नाम पर ही बनाया गया था। इमरान खान पर इस हमले के बाद उनके समर्थकों ने पाकिस्तान में कोहटराम मका दिया और कई कगह आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं।
पीटीआई के नेताओं के मुताबिक इमरान खान की हालत स्थिर है, और वह खतरे से बाहर हैं। इस हमले के लिए इमरान खान ने तीन लोगों परे आरोप लगाया है और कहा है कि यदि इन्हें तत्काल बाहर नहीं किया जाता है तो पाकिस्तान में उनकी पार्टी सड़कों पर जबरदस्त विरोध करेगी।
इमरान खान के मुताबिक उन पर गोलियां चलाकर हमला करवाया गया है। उन्होंने इसमें पाक प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के शीर्ष अफसर मेजर जनरल फैसल नसीर का हाथ होने का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक उन्हें मिली जानकारी के आधार पर उन्होंने यह आरोप लगाया है।
इस बीच पीटीआई के नेताओं असद उमर और मियां असलम इकबाल ने मीडिया के लोगों से कहा कि इमरान खान ने मांग की है कि इन तीन लोगों को उनके पदों से हटा दिया जाना चाहिए। हम सिर्फ इमरान खान की मंज़ूरी का इंतज़ार कर रहे हैं। अगर इन तीन लोगों को हटाया नहीं गया, तो देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।
असद उमर ने कहा कि इमरान खान को पैर में गोली लगी। उनका सीटी स्कैन किया गया है। अगर किसी को ज़रा भी शक रहा है, तो वह आज दूर हो गया होना चाहिए, क्योंकि इमरान खान बार-बार कहते रहे हैं कि वह इस मुल्क की आज़ादी के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं।