यदि सीमा पार से संघर्ष विराम तोड़ा गया तो हम उन्हें करारा जवाब देंगे। यह बात उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मंगलवार को कही। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से सेना हमेशा यह सुनिश्चित करने के लिए तैयार है कि संघर्ष विराम न टूटे क्योंकि यह दोनों देशों के हित में है।
द्विवेदी ने कहा कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के प्रावधान रद्द होने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा स्थिति में एक बड़ा बदलाव आया है और आतंकवादी गतिविधियों पर काफी हद तक नियंत्रण किया गया है। उन्होंने पुंछ लिंक-अप डे की प्लेटिनम जयंती के मौके पर यह सब बातें कहीं। त्रिवेदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में करीब 300 आतंकी मौजूद हैं, लेकिन हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि वे कोई गतिविधि नहीं कर पाएं।
उन्होंने कहा कि हमारे आंकड़ों के अनुसार, 82 पाकिस्तानी आतंकवादी और 53 स्थानीय आतंकवादी भीतरी इलाकों में सक्रिय हैं, जबकि चिंता का विषय उन 170 अन्य आतंकियों की आपराधिक गतिविधियां हैं, जिनकी पहचान नहीं हो सकी है।
घुसपैठ को लेकर लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि करीब 160 आतंकवादी नियंत्रण रेखा के पार मौजूद हैं – जिनमें पीर पांचाल (कश्मीर घाटी) के उत्तर में 130 और पीर पांचाल के दक्षिण में 30 आतंकवादी शामिल हैं।
त्रिवेदी ने इस मौके पर कहा कि भारतीय सेना पाकिस्तान (पीओके) के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लेने जैसे आदेश पूरा करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा –
‘भारतीय सेना पीओके को लेकर सरकार के किसी भी आदेश को पूरा करने के लिए तैयार है।’