फीफा विश्व कप फ़ुटबाल 2022: फाइनल में भिड़ेंगे दिग्गज अर्जेंटाइना और फ्रांस
डिएगो आरमैंडो माराडोना। जिसने अर्जेंटीना की फ़ुटबाल को दुनिया में अलग पहचान दी, क्या उनके देश की टीम विश्व कप जीतकर उन्हें श्रद्धांजलि देगी ! माराडोना की पिछले विश्व कप के दो साल बाद नवंबर 2020 में मृत्यु हो गयी थी तो पूरा अर्जेंटीना उनके लिए रोया था। क्या अर्जेंटीना की टीम माराडोना की मौत से अब तक आहत अर्जेंटीना वासियों के चेहरे पर मुस्कुराहट ला
पायेगी ? इसका पता तो 18 दिसंबर की रात चलेगा जब वह फाइनल में फ्रांस से भिड़ेगी, जो पिछला चैम्पियन है। वैसे अर्जेंटीना की जीत लेयोनेड मेसी के लिए भी सम्मान होगा, जिनका सम्भवता यह आखिरी विश्व कप है। देखना दिलचस्प होगा कि मेस्सी और एमबाप्पे की इस भिड़ंत में कौन भारी बैठता है। दोनों ही दो-दो बार के चैम्पियन हैं। दोनों टीमें दिग्गज खिलाड़ियों से भरी हैं। लेकिन सबकी निगाह अर्जेंटाइना के सुपर स्टार लियोनेल आंद्रे मेस्सी और फ्रांस के सुपर स्टार काइलियन एमबाप्पे पर होगी, जो तीसरी बार अपनी-अपनी टीमों के सिर जीत का सेहरा बाँधने के लिए पूरी ताकत झोंकेंगे। दोनों के तरकश का हर तीर इस मैच में दिखेगा। कुछ आश्चर्यजनक मूव दिखेंगे और और कुछ हैरान कर देने वाले गोल। दमख़म से भरे दोनों टीमों के खिलाड़ियों का कौशल इस मैच में देखने को मिलेगा। इन देशों के लिए फुटबॉल के क्या मायने हैं, यह इस बात से जाहिर हो जाता है कि फ्रांस का मोरक्को के साथ सेमी फाइनल देखने दर्शक दीर्घा में खुद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों उपस्थित थे।
फाइनल में फ्रांस का सामना जब अर्जेंटीना से होगा तो निश्चित ही उसकी नजरें 1962 में ब्राजील के बाद खिताब बचाने वाली पहली टीम बनने पर होंगी । उधर एमबाप्पे के पास 35 साल के मेसी की टीम के खिलाफ चमत्कार भरा प्रदर्शन करके फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में अपना नाम दर्ज करने पर होगी।अर्जेंटीना ने 1978 और 1986 में विश्व कप जीता था, जबकि फ्रांस ने 1998 और 2018 में। अब इन दोनों दिग्गजों में टक्कर है।
फाइनल से पहले बात सेमीफाइनल की। इसके नतीजे से पहले मेसी की बात करते हैं जिन्होँने सेमीफाइनल में अपनी टीम अर्जेंटीना के जीतने के बाद एक ऐसी बात कह दी, जिससे उनके चाहने वाले करोड़ों प्रशंसकों का दिल टूट गया। मेसी ने मीडिया आउटलेट डियारियो डेपोर्टिवो ओल से कहा – ‘फाइनल में अपना आखिरी मैच खेलकर यात्रा समाप्त कर रहा हूं। मुझे नहीं लगता कि मैं अब इसे आगे तक ले जा पाऊंगा, और इस तरह खत्म करने के लिए, यह सबसे अच्छा समय है’। जाहिर है मेसी ने इशारा कर दिया है कि से संन्यास की देहरी पर खड़े हैं।
दूसरे मैच में पिछले चैम्पियन फ्रांस ने पहली बार सेमीफाइनल में पहुँची अफ्रीकी टीम मोरक्को को 2-0 से हराया। मोरक्को हार गयी, लेकिन उसने बेहतरीन खेल दिखाया। मोरक्को ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करके यूरोपीय महाशक्तियों स्पेन और पुर्तगाल को नॉकआउट चरण में हराया था। मोरक्को की टीम तीसरे स्थान के लिये क्रोएशिया से खेलेगी।
सेमीफाइनल में एमबाप्पे ने पांचवें मिनट में थियो हर्नांडिज और 79वें मिनट में सब्स्टीट्यूट रेंडल कोलो मुआनी के गोल में मुख्य भूमिका निभाई। एमबाप्पे तब सुर्ख़ियों में आये थे जब 2018 में रूस में हुए विश्व कप में फ्रांस की खिताबी जीत में उन्होंने सुपरस्टार वाला प्रदर्शन किया था। सच कहा जाए तो डेढ़ दशक से मेस्सी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो के दबदबे को उन्होंने ही चुनौती पेश की है।
उधर पहले सेमीफाइनल में अर्जेंटीना ने लुसैल स्टेडियम में क्रोएशिया को 3-0 से हराया। अर्जेंटीना की टीम छठी बार विश्व कप फाइनल में पहुंची है। सेमी फाइनल में
मेसी ने बड़ी भूमिका निभाई। जूलियन अल्वारेज और लियोनेल मेसी ने कमाल का खेल दिखाया। मेसी ने एक गोल किया और तीसरे गोल में भूमिका निभायी। अल्वारेज ने दो गोल दागे। फाइनल में पहुँचने की खुशी में मेसी ने अपनबी टीम को ‘इंटेलिजेंट’ बताया। मेसी किस ताकत के खिलाड़ी हैं इसका अंदाजा फ्रांस के गोलकीपर हुगो लोरिस के कमेंट से लगाया जा सकता है जिन्होँने कहा – ‘फाइनल में हमें अपनी पूरी ऊर्जा झोंकनी होगी उस टीम के खिलाफ जिसके पास मेस्सी जैसा लीजेंड है’।
दिलचस्प यह है कि क़तर के इस फीफा फ़ुटबाल महाकुम्भ में एमबाप्पे और मेसी दोनों पांच-पांच गोल कर चुके हैं और इन दोनों में गोल्डन शू के लिए भी टक्कर है। मेसी अपने आखिरी विश्व कप मैच यह उपलब्धि हासिल करना चाहेंगे, लेकिन उनके रास्ते में एमबाप्पे जैसा दिग्गज है। वैसे मेसी अपने रहते हुए आज तक अर्जेंटीना को विश्व कप नहीं जिता पाए हैं।
इससे पहले सेमीफाइनल में फ्रांस, अर्जेंटीना, क्रोएशिया और मोरक्को की टीमें पहुंचीं। क्वार्टर फाइनल में क्रोएशिया ने ब्राजील को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। उधर अर्जेंटीना ने नीदरलैंड को 4-3 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाने का कमाल किया। मोरक्को ने पुर्तगाल को 1-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रही जबकि फ्रांस ने 2-1 से इंग्लैंड को हराकर सेमीफाइनल में बनाई।