शरद पवार ने कहा कि अदालत का फैसला जो भी हो लेकिन आज के सरकार में जिन लोगों को थोड़ी भी समझ है उन्हें ऐसे मामलों में सोच समझकर कोई निर्णय लेना चाहिए. कोर्ट ने कह दिया है कि देशमुख के खिलाफ कोई भी सबूत नहीं है.देशमुख के खिलाफ 100 करोड़ की वसूली का आरोप लगाया था किंतु आरोप पत्र में अब यह आंकड़ा एक करोड़ पर आ गया है.
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख 1 साल 1 महीना, 14 दिनों के लंबे अंतराल के बाद जेल से बाहर आ गए हैं। उनकी रिहाई के बाद, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की नाराजगी भरी प्रतिक्रिया सामने आई है। पवार ने कहा कि वह इस मुद्दे पर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे ताकि भविष्य में देशमुख की तरह और लोग इस तरह परेशान ना हो।
मीडिया से बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि देशमुख और शिवसेना नेता संजय राउत को जांच एजेंसियों ने सत्ता के दुरुपयोग के आरोप में गिरफ्तार किया था, सत्ता का दुरुपयोग कैसे हो सकता है इसका सबसे बड़ा उदाहरण देशमुख और संजय राउत दोनों की गिरफ्तारी है। ऐसी स्थिति दोबारा नहीं होनी चाहिए। शरद पवार ने कहा कि इससे हमारे साथियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा।
देशमुख के खिलाफ कोई सबूत नहीं, शरद पवार ने कहा, कोर्ट का फैसला जो भी हो, आज की सरकार में जो लोग अच्छी समझ रखते हैं, उन्हें सोचना चाहिए और सही फैसला लेना चाहिए ।कोर्ट ने फैसले में साफ कहा है कि देशमुख के खिलाफ कोई सबूत नहीं है. 100 करोड़ की वसूली का आरोप था। लेकिन चार्जशीट में यह आंकड़ा 1 करोड़ है पर सिमट गया है।