एक करोड़ के इनामी माओवादी नक्सली आनंदा दस्ता के मारक सदस्य हैं : रिपोर्ट-मनप्रीत सिंह
रांची : झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति और पुलिस नक्सल विरोधी अभियान से परेशान हो कुख्यात एक करोड़ के इनामी माओवादी नक्सली आनंदा के मारक दस्ता के 3 महिलाओं सहित कुल आठ नक्सलियों ने प्रदेश के राजधानी रांची में पुलिस और सीआरपीएफ के पदाधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। सभी सक्रिय भाकपा माओवादी संगठन के केंद्रीय कमेटी के सदस्य आनलदा उर्फ पति राम मांझी दस्ते है और इनका कार्य क्षेत्र कोल्हान में रहा है । इनके कारनामे से ग्रामीण से लेकर पुलिस तक में दहशत थे।
इस संबंध में रांची में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक अभियान एडीजी एवी होमकर ने बताया कि झारखंड सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर धीरे-धीरे नक्सली पूरे राज्य में आत्मसमर्पण कर रहें हैं. उन्होंने बताया कि संगठन के विरुद्ध पुलिस के द्वारा लगातार संचालित नक्सल विरोधी अभियान, संगठन के आंतरिक शोषण से क्षुब्ध होकर नक्सली संगठन के केंद्रीय कमेटी से बगावत कर बैठे हैं । जिसके कारण आठ माओवादी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है ,जो केंद्रीय कमेटी सदस्य मिसिर बेसरा उर्फ सागर जी और पति राम माझी उर्फ आनंलदा की मारक दस्ते में सक्रिय सदस्य है। आनंलदा करोड़ रुपये का इनामी माओवादी नक्सली है। आत्मसमर्पण करने वाले सभी माओवादी नक्सली कोल्हान के पोड़ाहाट जंगल के चप्पे-चप्पे की जानकारी रखने वाले हैं। उनके विरुद्ध विभिन्न थाना में अनेक नक्सली गतिविधि से संबंधित अन्य मामले दर्ज है।
इन माओवादी नक्सलियों ने किया है आत्मसमर्पण
पश्चिम सिंहभूम जिला के सोनवा थाना ग्राम माईलपी निवासी 21 वर्षीय जयराम बोदरा उर्फ जूरिया बोदरा ने आत्मसमर्पण किया है । यह माओवादी नक्सली है और इसके विरुद्ध विभिन्न थाना क्षेत्रों में 11 मुकदमे दर्ज हैं।
पश्चिम सिंहभूम जिला के थाना गोइलकेरा ग्राम कट्ंबा निवासी 21 वर्षीय भारत अंगरिया है। इसके विरुद्ध विभिन्न थाना क्षेत्रों में 5 मुकदमे दर्ज है।
सरायकेला खरसावां जिला के थाना सरायकेला ग्राम राय जमा 20 वर्षीय सरिता उर्फ मुंगली सरदार उर्फ सरिता ने भी आत्मसमर्पण किया है। इसके विरुद्ध विभिन्न थाना क्षेत्रों में 6 मुकदमे दर्ज हैं।
जिला रांची थाना तमाड़ ग्राम आराहंगा निवासी 20 वर्षीय सोमवारी कुमारी उर्फ टोनी ने भी आत्मसमर्पण किया है इसके विरुद्ध विभिन्न थाना क्षेत्रों में दो मुकदमे दर्ज हैं।
पश्चिम सिंहभूम जिला के थाना टोटों ग्राम बागलासाई निवासी 18 वर्षीय टंगरी पूर्ति ने भी आत्मसमर्पण किया है इसके विरुद्ध एक मुकदमे दर्ज है।
पश्चिम सिंहभूम जिला के थाना टोटों ग्राम रेंगडाहातू निवासी 18 वर्षीय पातर कोडा ने भी आत्मसमर्पण किया है इसके विरुद्ध दो मुकदमे दर्ज हैं।
पश्चिम सिंहभूम के मुफस्सिल थाना ग्राम चिड़िया बेड़ा निवासी 18 वर्षीय संजू पूर्ति उर्फ रोशन पूर्ति ने भी आत्मसमर्पण किया है यह 4 वर्षों से सागर अंगरिया और सुशांत उर्फ अनमोल दा के दस्ते में शामिल रहकर सक्रिय नक्सली गतिविधियों को अंजाम दिया है इसके संबंध में विभिन्न स्थानों से संबंधित केस की जानकारी ली जा रही है।
उड़ीसा के बड़बिल थाना क्षेत्र ग्राम बुलानी निवासी 22 वर्षीय कुसुम सिरका उर्फ कार्तिक सिरका को भी ने भी आत्मसमर्पण किया है। यह विगत 3 वर्षों से नक्सली गतिविधियों में शामिल रहा है यह सुशांत उर्फ अनमोल दा और सुरेश मुंडा की दस्ता में शामिल रहा है इसके विरुद्ध भी विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज मुकदमों की जानकारी प्राप्त की जा रही है । एडीजी ने बताया कि नक्सलियों पर पुलिस और सीआरपी के सहयोग से चलाए जा रहे अभियान का असर अब दिखने लगा है। उन्होंने संभावना व्यक्त की कि प्रदेश से नक्सल गतिविधि का जल्द ही सफाया हो जाएगी खत्म हो जाएगा।