नेताजी आर्थिक आजादी चाहते थे जो कि आज तक नहीं मिली -लाल बिहारी आनंद
झारखंड : प्रदेश के विभिन्न जिलों में अनेक संस्थाओं द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई जा रही है। ऐसे में आर्थिक राजधानी जमशेदपुर में भी अनेक लोगों ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती मनाई। इस दौरान प्रउत यूनिवर्सल की ओर से सुभाष चंद्र बोस जी के जन्म दिवस के अवसर पर साकची गोलचक्कर से प्रउत यूनिवर्सल के कार्यकर्ताओं द्वारा बैनर एवम फ्लैग लेकर एक जुलूस बंगाल कलब होते हुए आम बगान मैदान में सुभाष चंद्र बोस जी के प्रतिमा स्थल तक पहुंचा एवं माल्यार्पण करने के पहले प्रतिमा स्थल पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए लालबिहारी आनंद ने कहां की नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक सच्चे देश भक्त थे सैनिक के विषय में उन्होंने कहा था कि “एक सच्चे सैनिक को सैन्य और आध्यात्मिक दोनों ही प्रशिक्षण की जरूरत होती है”तभी एक सैनिक पूर्ण रुप से सैनिक बन सकता है और समाज का सेवा कर सकता है। लालबिहारी आनंद ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के आजादी के बाद वे सामाजिक आर्थिक अध्यात्म पर आधारित दर्शन प्रउत दर्शन के जन्मदाता प्रभात रंजन सरकार के दर्शन एवं आदर्शों को सर्वश्रेष्ठ बताया था नेता जी ने अपने साथियों को बताया कि प्रत्येक समाज की समस्याओं का समाधान ही नहीं बल्कि नैतिकता के आधार शिला पर खड़ा होकर व्यक्ति एवं सामाजिक जीवन के लक्ष्य तक पहुंचने का संदेश भी देता है, नेताजी आर्थिक आजादी चाहते थे जो कि आज तक नहीं मिली “प्रउत”दर्शन भाषण के बाद बारी-बारी से सभी कार्यकर्ताओं ने नेता जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुधीर आनंद, लालबिहारी आनंद , आचार्य पारसनाथ, धर्मदेव सिंह ,गंगाधर दत्ता,भोला देव , अशोक देव ,आशा देवी , लक्ष्मण प्रसाद ,अमित देव तथा अन्य लोगों ने भी भाग लिया।