72 घंटे की धरना के बाद विवाह हुआ संपन्न , प्रियंका की जिद के आगे प्रेमी ने मानी हार
झारखण्ड: धनबाद में अद्भुत एक प्रेम कहानी का अंत सुखद हुआ है। एक युवती अपने प्रेमी के घर के बाहर 72 घंटा धरना पर बैठी रही। तब जाकर प्रेमी और समाज के लोग विवाह के लिए राजी हो गए। जिसके बाद प्रेमी और प्रेमिका का मंदिर में विवाह संपन्न कराया गया।
घटना राजगंज थाना क्षेत्र में शादी के लिए अपने प्रेमी के घर बैठी प्रेमिका के प्यार की जीत हुई। प्रेमी के घर के बाहर 72 घंटे के धरने के बाद आखिरकार ग्रामीणों और परिजनों ने प्रेमिका की शादी उसके प्रेमी से करवा दी। दोनों प्रेमी और प्रेमिका हंसी-खुशी शादी के लिए राजी हो गए, जिसके बाद लिलोरी स्थान में दोनों की धूमधाम से शादी हुई।
क्या है मामला: ईस्ट बसुरिया की रहने वाली निशा की मुलाकात कॉलेज के दौरान राजगंज के महेशपुर के रहने वाले उत्तम से हुई।कॉलेज के दिनों में दोनों के बीच प्यार हुआ। दोनों के बीच का प्रेम-प्रसंग 4 सालों से चल रहा था। इसी बीच निशा ने शादी की बात कही, प्रेमी शादी की बात टालता रहा।निशा की जिद पर उत्तम शादी के लिए मान गया और खरमास के बाद दोनों की शादी भी होनी थी, लेकिन खरमास खत्म होने के बाद जब निशा ने उत्तम को कॉल किया तो पता चला कि उत्तम ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया।जिसके बाद नाराज निशा सीधे अपने प्रेमी उत्तम के घर पहुंच गई, लेकिन उत्तम के परिवारवालों ने उसे अंदर आने नहीं दिया। जिसके बाद वह उत्तम के घर के दरवाजे पर ही धरना पर बैठ गई। उसकी जिद थी कि जब तक उत्तम से उसकी शादी नहीं होगी, वह वहां से कहीं नहीं जाएगी। इस बीच उत्तम घर से फरार हो गया और निशा कड़ाके की ठंड में उसके घर के बाहर बैठी रही। करीब 72 घंटे तक प्रेम ठंड पर भारी पड़ा रहा और आखिरकार निशा का प्यार जीत गया।
दोनों के परिजन जानकर भी अनजान बन बैढे थे
निशा धनबाद के एसएसएलएनटी कॉलेज में पढ़ती थी, तभी वह उत्तम के संपर्क में आई थी।दोनों के बीच की दोस्ती की जानकारी दोनों के परिवार वालों को भी थी। दोनों कई बार एक दूसरे के घर भी गए थे और एक दूसरे के परिजनों से मुलाकात भी की थी। उत्तम ने निशा से शादी का वादा किया था। दोनों परिवारों के बीच शादी पर सहमति भी बन गई थी और इसकी तारीख भी तय हो गई, लेकिन तय तारीख से 20 दिन पहले उत्तम ने शादी से इनकार कर दिया।जिसके बाद निशा ने अपने हक की लड़ाई लड़ी।
प्रेमिका ने कहा-नहीं चाहती कि प्रेमी जेल जाए
उत्तम के घर के बाहर बैठी निशा को सबने बहुत समझाने की कोशिश की थी, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी थी। स्थानीय मुखिया ने भी उसे काफी समझाया, लेकिन वह किसी की एक न सुनी।धरने पर बैठी निशा के लिए गांववालों ने कंबल और खाने की व्यवस्था की थी। मुखिया ने इसकी सूचना राजगंज पुलिस को दी। जिसके बाद गुरुवार देर रात महिला पुलिस उसे जबरन उठाकर थाना ले गई। बाद में उसे उसके परिजनों के साथ भेज दिया गया।लड़की के पिता के बयान पर पुलिस ने उसके प्रेमी उत्तम महतो के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज की है, लेकिन युवती का कहना है कि वह नहीं चाहती कि उसका प्रेमी जेल जाए। वह तो उससे शादी करना चाहती है।
लिलोरी मंदिर में हुई दोनों की शादी
आखिरकार, दोनों के परिवारवालों ने रविवार दोपहर को प्रेमी और प्रेमिका की शादी लिलोरी मंदिर में करवा दी।वहीं लड़की और लड़के ने कहा कि परिजन और ग्रामीण के सहयोग से शादी हुई अच्छा लग रहा है, वे खुश हैं। हालांकि, लड़के ने कहा कि आगे भी सब अच्छा ही हो, यही उम्मीद है।