आरोपी का सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस से नजदीकी संबंध
पश्चिम बंगाल : कोलकाता के बालीगंज में ईडी द्वारा गजराज ग्रुप के मालिक विक्रम शिकारियों के घर से छापेमारी में 1.40 करोड़ रुपए नगद बरामद किए गए हैं । यह रुपये कोयला तस्करी के माध्यम से जमा किए जाने का संभावना है। वहीं विक्रम से इडी लगातार पूछताछ कर रही है।
कोयला घोटाले की जांच के सिलसिले में कोलकाता के बालीगंज इलाके में स्थित एक कारोबारी के दफ्तर और आवास से एक करोड़ रुपये से अधिक नकदी की जब्ती के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को उसे हिरासत में ले लिया। गिरफ़्तार व्यक्ति गजराज ग्रुप के मालिक विक्रम शिकारियों है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने प्रेस को बताया कि ईडी की तीन सदस्यीय टीम ने इस मामले में कोलकाता में विभिन्न परिसरों की तलाशी ली। ईडी के अधिकारी ने बताया, ‘‘अभी तक एक करोड़ रुपये नकद की गिनती हुई है और नोटों की गिनती जारी है। नकदी का मूल्य बढ़ सकता है। नकदी को कारोबारी के दफ्तर और आवास में अलग-अलग जगहों पर बैगों में छुपा कर रखा गया था। जप्त किए गए रुपए बुधवार की देर रात तक गिनती होती रही। गुरुवार की सुबह गिनती पूरा होने पर ईडी के अधिकारियों को पता चला कि बरामद 1.40 करोड़ रुपए है।
वहीं ईडी के अधिकारियों ने कारोबारियों के घर से पेन ड्राइव, मोबाइल, लैपटॉप सहित अन्य दस्तावेज जप्त किए है।दस घंटे की पूछताछ में विक्रम ने अपने सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेताओं से अच्छे संबंध होने की जानकारी दी है। उसका रियल स्टेट का कार्य करने वाले मनोज सिंह से भी अच्छे संबंध है। दूसरी ओर ईडी के दल ने विक्रम से विभिन्न पहलुओं और मुद्दों पर पूछताछ में लगे हुए हैं। बताया जाता है कि विक्रम ने अपने राजनीतिक आका और बिजनेस पात्रों के नामों का खुलासा किया है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि ईडी जल्दी ही उसके द्वारा दिए गए जानकारी के आधार पर और लोगों के यहां छापेमारी कर सकती है।