बिहार : समलैंगिक रिश्ते का साइड इफेक्ट भारत वासियों में सर चढ़कर दिखने लगा है । इसकी बानगी बिहार के नालंदा की दो छात्राओं के बीच दिखा। उन पर समलैंगिक मोहब्बत इस कदर परवान चढा कि वे अपने घरों से भागकर झारखंड के धनबाद महिला थाना पहुंच गईं। पुलिस से शादी करा देने की जिद पर अड़ी रही। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए दोनों छात्राओं के परिजनों को सूचना दी। परिजन थाना पहुंचकर एक छात्रा के विरुद्ध अपराधिक मामला दर्ज करा दिया। वहीं दोनों छात्राओं के परिजनों ने अपने पुत्रियों को समझा-बुझाकर वापस घर ले गए। इस बीच दोनों छात्राएं पति-पत्नी के रूप में रहने के लिए जिद पर अड़ी रही।
लड़कियों के जिद पर अड़े रहने की वजह से महिला पुलिस ने उनके घरवालों को सूचित किया। इसके बाद नालंदा जिले की एक पुलिस टीम के साथ लड़कियों के परिजन बुधवार को धनबाद पहुंची है।
महिला थाना प्रभारी कुमारी विशाखा ने बताया कि लड़कियों में से एक के परिवार वालों ने दूसरे पर मामला दर्ज किया है। इन्हें थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है। दोनों लड़कियों ने पुलिस को बताया कि दोनों के बीच बचपन से गहरी दोस्ती है। अभी दोनों बीएससी में एक साथ पढ़ती हैं।
दोनों ने कई बार एक-दूसरे के साथ रहने की इच्छा जताई लेकिन घर वाले तैयार नहीं हुए। इनमें से एक लड़की की शादी उसके घरवालों ने एक लड़के से तय कर दी है। शादी की तारीख आगामी 22 फरवरी तय की गई है। लड़कियां नालंदा के अस्थावां थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं। धनबाद के महिला थाने की पुलिस पूरे दिन इस केस में उलझी रही।
गौरतलब हो कि 6 सितंबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने आपसी सहमति से बने समलैंगिक रिश्ते को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया है। इसी के साथ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 377 के उस प्रावधान को भी हटा दिया गया। जिसके तहत समलैंगिक संबंध की इजाजत नहीं थी। अब इसी संहिता को आधार बनाकर दोनों युवतियों ने पुलिस को दलील दी है कि वह बालिक है और अपनी इच्छा से विवाह कर पति पत्नी के रूप में रहना चाहती है । दूसरी तरफ दोनों छात्राओं के परिजन इस रिश्ते से नाखुश दिखे । उन्होंने थाना में ही छात्राओं के विचार का विरोध किया और समझा कर अपने साथ वापस घर ले गए।