*पूर्वी सिंहभूम के 279 गांव इंटरनेट से अछूते हैं
झारखंड: भारत के 29 राज्यों के 238 शहरों में 5 जी की सेवा शुरू हो गई है, जिसमें झारखंड से रांची, जमशेदपुर और धनबाद शहर शामिल है। शेष अन्य क्षेत्रों में भी 5G की सेवाएं चालू करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है। वहीं झारखंड के जिन जिलों के गांव इंटरनेट से अछूते हैं, उसमें सबसे अधिक गांव पूर्वी सिंहभूम के हैं, यहां के 279 गांव इंटरनेट से अछूते हैं। वहीं चतरा के 155 गांव में इंटरनेट नहीं पहुंच पाया है। पलामू के 129 गांव तक इंटरनेट की कनेक्टिविटी नहीं मिली जबकि रांची में सिर्फ 4 गांव इंटरनेट से अछूते हैं। उपरोक्त जानकारी केंद्रीय संचार राज्य मंत्री देवु सिंह चौहान ने लोकसभा में दी। संसद के बजट सत्र के दौरान सांसद संजय सेठ ने यह पूछा था कि देश के किन शहरों में 5G की सेवाएं शुरू की गई हैं। झारखंड में 5G की सेवाएं कब तक शुरू होंगी? सांसद ने यह भी जानकारी मांगी थी कि इंटरनेट सेवाओं से झारखंड में वंचित गांवों की संख्या क्या है और यहां कब तक इंटरनेट कनेक्टिविटी दी जाएगी।
इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि झारखंड के 1367 गांव में 4G की सेवाएं आरंभ नहीं हो पाई है। विशेष परियोजना के तहत इन सभी गांव को 4जी की सेवाओं से जोड़ने के लिए काम चल रहा है। बीएसएनएल द्वारा वित्त पोषण सार्वभौमिक सेवा दायित्व निधि के तहत यह परियोजना संचालित की जा रही है। केंद्रीय मंत्री ने सांसद को बताया कि झारखंड के जिन जिलों के गांव इंटरनेट से अछूते हैं, उसमें सबसे अधिक गांव पूर्वी सिंहभूम के हैं, यहां के 279 गांव इंटरनेट से अछूते हैं। वही चतरा के 155 गांव में इंटरनेट नहीं पहुंच पाया है। पलामू के 129 गांव तक इंटरनेट की कनेक्टिविटी नहीं मिली जबकि रांची में सिर्फ 4 गांव इंटरनेट से अछूते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारतीय संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनल को यह कार्य दिया गया है। और बहुत जल्दी क्षेत्रों में इंटरनेट की सेवा बहाल कर दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने सदन को बताया कि स्पेक्ट्रम की नीलामी और लाइसेंस की शर्तों के लिए आए आवेदन, नोटिस के अनुसार स्पेक्ट्रम के आवंटन अवधि से 5 वर्ष में रोलआउट की चरणबद्ध ढंग से पूर्ति करना है। अनिवार्य रोल आउट के अलावा मोबाइल नेटवर्क का और विस्तार दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के तकनीकी पहलू पर निर्भर करता है।