- हत्या करने का नक्सलियों पर संदेह
झारखण्ड: रामगढ़ विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव से पहले आजसू नेता 35 वर्षीय मनोज मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। वे चिटो गांव निवासी थे। इस हत्याकांड के पीछे नक्सलियों के हाथ होने का संदेह व्यक्त किया गया है।
बताया जाता है कि अमझारिया गांव के झांझी टोली के साप्ताहिक बाजार में बुधवार देर शाम में 2-3 लोगों ने आजसू ने मनोज मुंडा को गोली मार दी। गोली मारने के बाद अपराधी वहां से फरार हो गये।लोवाडीह के झुंझी टोला साप्ताहिक बाजार में हर बुधवार को मुर्गा लड़ाई होती है।मनोज वहीं गया था। वह कुछ दोस्तों के साथ बैठ कर खा-पी रहा था।इसी दौरान तीन-चार लोग आये और मनोज के बारे में पूछताछ की।इनमें से एक ने मनोज मुंडा को पहचान लिया। उसे बुलाकर वहां से थोड़ी दूर ले गया और उसे गोली मार दी।पुलिस मामले की जांच जुटी है।
घटना के दौरान ग्रामीणों ने मनोज को रिम्स पहुंचाया।रिम्स में डॉक्टरों ने मनोज मुंडा को मृत घोषित कर दिया।सूचना पाकर पतरातू एसडीपीओ वीरेंद्र चौधरी व कई थानों की पुलिस ने घटनास्थल कर जाकर छानबीन की।
बताया गया है कि मनोज को कुछ वर्ष पूर्व पुलिस ने नक्सलियों से जुड़े मामले में हिरासत में लिया था। सूत्र बताते हैं कि नक्सलियों को संदेश था कि रमेश मुंडा पुलिस के लिए मुखबिरी कर रहा। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि हत्याकांड को अंजाम देने में किसी नक्सली संगठन का भी हाथ हो सकता है।हालांकि छानबीन जारी है।
हत्या करने के तरीके से नक्सलियों पर हत्या करने का संदेह किया जा रहा है। अक्सर देखा गया है कि नक्सली अपने शिकार को बुलाकर साइड ले जाकर गोली मार देते हैं और रमेश मुंडा की भी हत्या उसी तरीके से की गई है।