झारखण्ड में नक्सलियों के लगाए बम से ग्रामीण का परखच्चे उड़े,चतरा में पुलिस बाल बाल बची

झारखंड : प्रदेश में नक्सलियों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसकी बांनगी प्रतिदिन देखने को मिल रहा है । इसमें आम जनता से लेकर पुलिस बल के जवान शिकार हो रहे हैं। ऐसे में मंगलवार को पश्चिम सिंहभूम जिला के गोइलकेरा थाना अंतर्गत मेरालगढ़ में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईडी बम ब्लास्ट होने से एक ग्रामीण के परखच्चे उड़ गए। वहीं चतरा में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईडी बम सर्च अभियान के दौरान बरामद होने से पुलिस दल बाल-बाल बचा गया।

इस झाड़ी के नीचे नक्सलियों ने लगा रखा था बम।

नक्सलियों की इस बड़ी साजिश को विफल कर दिया गया है।

घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि झारखंड के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र पश्चिम सिंहभूम के गोइलकेरा थाना अंतर्गत मेरालगढ़ा के जंगल में स्थानीय निवासी 23 वर्षीय हरीश चंद्र गोप मंगलवार की सुबह लकड़ी चुनने जंगल में गया था। इस दौरान वह नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईडी बम के चपेट में आ गया। बम के ब्लास्ट होने से उसके परखच्चे उड़ गए और उसकी मौत हो गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों ने सड़क किनारे आईडी बम जमीन में गाड़ कर उसके ऊपर पेड़ के कटे टहनियों को रख दिया था। लकड़ी चुनने आए हरीश चंद्र गोप जैसे ही बम के ऊपर रखें लकड़ियों को उठाकर ले जाने का प्रयास किया, तभी बम ब्लास्ट हो गया। जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस सूचना पर कोबरा बटालियन के जवानों और जिला बंद ने घटनास्थल पर पहुंचकर हरीश चंद्र गोप के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इससे स्थानीय लोगों में नक्सलियों के प्रति जबरदस्त आक्रोश है। लेकिन नक्सलियों के भय से बोलने से कतरा रहे हैं ।

चतरा से बरामद हुआ आईडी बम।

वहीं दूसरी ओर चतरा में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के उद्देश्य से प्लांट किया गया ढाई किलो का शक्तिशाली प्रेशर बम बरामद किया गया है। एसपी राकेश रंजन को नक्सल गतिविधि की मिली गुप्त सूचना के आधार पर असिस्टेंट कमांडेंट परमवीर सिंह के नेतृत्व में नक्सल विरोधी अभियान पर निकली पुलिस और सीआरपीएफ 190 बटालियन के जवानों की संयुक्त टीम को मिली कामयाबी मिल गयी। वशिष्ठनगर जोरी थाना क्षेत्र के केडीमो जंगल से ढाई किलो का बम बरामद किया गया। झारखंड जगुआर की बीडीडीएस टीम ने मौके पर बरामद बम को किया डिफ्यूज कर दिया है। पूरे झारखंड में नक्सलियों के विरुद्ध विशेष छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। उसके बाद भी नक्सली अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

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