वन विभाग कर सकता है शेंद्रा
झारखंड: एक जंगली हाथी ने झारखंड के राजधानी रांची जिला के इटकी और लोहरदगा सहित अन्य क्षेत्रों में घूम कर 15 दिनों के भीतर 16 लोगों की जान ले चुका है। इससे लोग दहशत में है। वहीं वन विभाग से गुहार लगा रहे हैं कि इस हाथी को (शेंद्रा)मार गिराया जाए।
वही सभी मृतकों को वन विभाग मुआवजे के रूप में 25- 25 हजार रुपए दे चुकी है और प्रक्रिया पूरा होने पर तीन लाख 75 हजार रुपए देने की घोषणा की गई है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि एक जंगली हाथी अपने झुंड से बिछड़ कर हिंसक हो गई है। वह अब तक 16 लोगों के जान ले चुकी है। और अनेक लोगों को गंभीर रूप से जख्मी भी कर दिया है। अब उसे पकड़े जाने का प्रयास किया जा रहा है। अगर पकड़ा नहीं जा सकता है तो उसे (शेंद्रा)मार देने की बात हो रही है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को वह हाथी रांची जिला के इटकी में पहुंच गया। प्रखंड के 3 गांव में हाथी ने 60 वर्षीय सुखबीर किंडो, 60 पुनई उरांव, 65 वर्षीय गोयनंदा उरांव और रधवा देवी 55 वर्षीय को कुचल कर मार डाला। इसके अलावा बोडेया गांव के एतवा उरांव को हाथी ने पटक कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया है। इससे पूर्व सोमवार को इसी हाथी ने लोहरदगा के भंडारा में 4 लोगों को कुचल कर मार डाला है। घटना के समय सभी लोग खेती में काम कर रहे थे या जंगल की ओर लकड़ी लाने गए थे। उस दौरान हाथी झाड़ियों के पीछे छुपा हुआ था जिसे लोग देख नहीं पाए और हाथी ने उन्हें दौड़ाकर कुचल कर मार डाला है। इस हाथी को लोगों के द्वारा जंगल में खदेड़ने का प्रयास किया गया है । साथ ही पकड़ने के लिए भी प्रयास किया जा रहा है। अगर हाथी का उत्पाद नहीं थमा तो अंत में इसे मार डाला जाएगा। हाथी 12 साल का है और 15 दिन पहले रामगढ़ के जंगलों से निकलकर विभिन्न स्थानों में भटक रहा है।