लोगों को बत्तख और मुर्गे का मांस खाने से परहेज़ करने की दी गई है सलाह
झारखंड: झारखंड में बर्ड फ्लू के बढ़ते मामले से सरकार अलग मोड़ पर है। लोगों से बत्तख और मुर्गी की मांस नहीं खाने की सलाह दी गयी है। बोकारो में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने पर स्थित का जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम बोकारो पहुंचकर मृत पक्षियों के सैंपल एकत्र किए हैं । टीम ने 5 पोल्ट्री फार्म से 60 सैंपल एकत्र किए हैं।
सबसे पहले बोकारो में पक्षी, मुर्गी और बत्तखों की बड़ी संख्या में अचानक मौत होने लगी थी। संदेह के आधार पर मृत, पक्षी, मुर्गी और बत्तखओं के शरीर का सैंपल जांच के लिए कोलकाता के प्रयोगशाला में भेजा गया। वहां पुष्टि हुई कि मृत पक्षियों में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए गए हैं । इस बीच बोकारो के सरकारी पोल्ट्री फार्म में भी बड़ी संख्या में पक्षी मरने लगे। इसको लेकर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में लोगों को सलाह दिया गया कि वे बत्तख और मुर्गी के मांस ना खाएं। वही मृत पक्षियों के शव को हाथ न लगाएं । इससे लोगों में संक्रमण हो सकता है । इस बीच सरकारी पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद केंद्रीय टीम जांच के लिए पहुंची गयी। जिसमें पशुपालन विभाग के डॉक्टर गिलमी सोरमा, सेंट्रल सर्विलांस यूनिट के डॉक्टर सीएस तल्कर ,डॉ अमित भौमिक और डॉक्टर शिवकुमार शामिल है।
केंद्र टीम ने सेक्टर 12 के लोहांचल स्थित राजकीय कुक्कुट प्रक्षेत्र का दौरा किया।
आसपास के 5 मुर्गी फार्म से 60 सैंपल लिए गए। वही पोल्ट्री फार्म में मरे मुर्गी को जमीन के नीचे दफनाया गया है। साथ ही संक्रमित सेंट्राइस फार्म को सेंट्राइस किया गया है। जिला प्रशासन ने सभी पोल्ट्री फार्म के संचालकों को मृत पक्षियों को दफनाने के साथ अपने फार्म को सेंट्राइस करेने के साथ सावधानी बरतें का निर्देश दिया है।
बोकारो के उपायुक्त ने लोगों को बर्ड फ्लू के प्रति सचेत रहने का आग्रह किया है
बोकारो के उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने ट्वीट किया है कि “प्रयोगशाला से प्राप्त जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू से मुर्गों की मौत की पुष्टि के बाद संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की।केंद्र/राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। आम जन मुर्गा/बत्तख आदि खाने से करें परहेज।
दूसरी ओर राज्य सरकार ने पशुपालन विभाग को अलर्ट मोड के रखा है । साथी ही निर्देश दिया गया है कि राज्य के सभी जिला में बर्ड फ्लू से संबंधित कोई भी मामला आए तो उस पर तत्पर पहल किया जाए और निगरानी रखा जाए।