बिहार में मिनी गण फैक्ट्री का उद्भेदन, चार गिरफतार

भारी मात्रा में निर्मित, अर्द्ध निर्मित पिस्टल, मैगजीन, गोली व हथियार बनाने वाले उपकरण बरामद

बिहार :पटना से पहुंची एसटीएफ की टीम ने बख्तियारपुर थाना पुलिस के साथ मिलकर नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नं 15 स्थित भट्ठा टोला के महबूब आलम घर में छापेमारी कर मिनी गण फैक्ट्री का उद्भेदन करते हुए कूल चार लोगों को गिरफ्तार किया है। भारी मात्रा में निर्मित, अर्द्ध निर्मित पिस्टल, मैगजीन, गोली व हथियार बनाने वाले उपकरण बरामद किया है।
घटना के संबंध मिली जानकारी के अनुसार पटना से आई एसटीएफ की टीम स्थानीय पुलिस के सहयोग से भट्टा टोला स्थित महबूब आलम के घर पर छापेमारी की। उस दौरान महबूब आलम शौचालय के उपर लगे एसबेस्टर को तोड़ भागने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने उसे खदेड़ दबोच लिया। चारदीवारी के अंदर बनेें एसबेस्टर के तीन कमरों की तलाशी लेनी शुरू की। तीनों कमरों में हथियार बना रहे मुंगेर जिले के रहने वाले कारीगरों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस को उस वक्त तब आश्चर्य हुआ जब एक घर में बनें तहखाने का पता चला। पुलिस टीम ने तहखाने की तलाशी ली । वहां से निर्मित, अर्द्ध निर्मित पिस्टल मैगजीन सहित अन्य उपकरण बरामद किया। एसटीएफ व स्थानीय पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया उनमें संचालक सह मकान मालिक मरहुम अजीमुद्दीन के पुत्र महबूब आलम, मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बाखरपुर निवासी मो. अजीज के पुत्र शकील आलम, मो. ईमाम के पुत्र मो. मनौवर, मुंगेर जिले के ही मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरदह मिर्जापुर के रहने वाले मरहुम मो. मोईन के पुत्र शम्स तबरेज शामिल है। तीनों हथियार बनाने वाले कारीगर है। वहीं महबूब आलम मुल रूप से सोनवर्षा राज थाना क्षेत्र के सिर्रही के रहने वाले हैं। करीब तीन वर्षों से यहां मकान बना रह रहे थे।

बरामद हुए सामग्री

एसटीएफ की टीम ने छापेमारी में 7.65 एमएम का 6 देशी पिस्टल, 3 देशी पिस्टल का सेट, 13 मैगजीन, तीन 7.65 एमएम का जिंदा कारतूस, एक बैरल, दो बेस, एक ड्रिल, एक हैंड ग्राइंडर, एक मोटर, 17 रेती, दो आरी ब्लेड, तीन हथोड़ी एवं तीन मोबाइल सहित अन्य प्रकार के हथियार बनाने में काम आने वाले उपकरण जब्त किया।
छापेमारी के दौरान चौंकाने वाले तथ्य मिले।चारदीवारी के अंदर तहखाना और मजार बना हुआ मिला है। मकान के चारों ओर करीब बीस फीट का चारदीवारी बनाया गया था। चारदीवारी के अंदर महबूब आलम ने कुछ दिन पहले एक मजार को स्थापित किया था। वहां चंद दिन पहले मिलाद का भी आयोजन किया था। महबूब आलम ने बताया कि चारदीवारी निर्माण की नींव खुदाई के समय उसे शैयद जलाल अशरफ के कब्र का तख्ती मिला था जिसके बाद उसने वहां उसका मजार बनवाया।
वह घर के अंदर तहखाना का निर्माण कर रखा था। तहखाने में पंखा, बल्ब एवं बाहर हवा निकलने के लिए एक्सजास्ट फैन लगा हुआ मिला।
बताया जाता है कि देशी पिस्टल मैगजीन सहित बीस से पच्चीस हजार में बिक्री की जाती थी। वहीं मुंगेर से आए कारीगर हथियार बनाते थे।इस के लिए प्रत्येक कारीगर को एक पीस पर 5 हजार रूपए मजदूरी दिया जाता था। वर्तमान में दो कारीगर काम कर रहे थे। एक कारीगर गुरुवार को पहुंचा था।
पुरे मामले पर सिमरी बख्तियारपुर डीएसपी इम्तियाज अहमद ने बताया कि मामले का खुलासा जिले में एसपी मैडम के द्वारा शनिवार को किए जाएंगे। वहीं बख्तियारपुर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि गिरफ्तार लोगों के निशानदेही पर कार्रवाई कि जा रही है। जल्द मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। बताया जाता है कि यहां से निर्मित हथियार झारखंड, बिहार ,यूपी सहित अन्य प्रदेशों में ले जाकर बेचा जाता था।

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