खालसा कॉलेज में डिजिटल धोखाधड़ी सुरक्षित बैंकिंग संबंधी सेमिनार करवाया गया

अमृतसर : खालसा कॉलेज के पोस्टग्रेजुएट डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से डिजिटल धोखाधड़ी सुरक्षित बैंकिंग प्रशिक्षण के प्रति जागरूकता विषय पर सेमिनार करवाया गया।कॉलेज प्रिंसिपल डॉक्टर महल सिंह के दिशा निर्देश पर करवाए इस सेमिनार में एचडीएफसी बैंक लिमिटेड से सीनियर मीत प्रधान अमित गगनेजा, मीत प्रधान मधुर सिंह अरोड़ा तथा विजय ने विशेष तौर पर शिरकत की। इस सेमिनार में 100 से अधिक फैकल्टी सदस्यों व कॉमर्स विभाग के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।

प्रोग्राम प्रिंसिपल डॉक्टर महल सिंह तथा हेड व डीन डॉ एके काहलो की देखरेख में करवाया गया। इस दौरान प्रिंसिपल डॉक्टर महल सिंह ने कहा कि आज के समय में सुरक्षित बैंकिंग अभ्यास का ज्ञान होना बहुत महत्वपूर्ण व अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन राशि के लेनदेन के बारे में पूरी तरह जानकारी ना होने के कारण साइबर क्राइम बढ़ रहा है जिस कारण आम से खास हर एक प्रकार के व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी होने के कारण पुलिस केसों की गिनती में वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि सेमिनार का मुख्य उद्देश्य भागीदारों को अलग-अलग वित्तीय धोखाधड़ी के बारे सीखने व सुरक्षित सुझाव को समझने में सहायता प्रदान करना था जो उनको धोखाधड़ी से बचाने में सहायता करेंगे।

इस अवसर पर कोऑर्डिनेटर डॉ स्वराज कौर ने विशेष मेहमानों की जान पहचान करवाते हुए कहा कि वित्तीय लेनदेन करने के लिए बहुत सारे ऑनलाइन के नए तरीके हैं तथा इसलिए धोखाधड़ी भी हो सकती है। इसलिए वर्तमान कंप्यूटर युग में ऑनलाइन पैसों के लेनदेन या फिर किसी प्रकार की सूचना संबंधी भेजने व मंगवानी संबंधी पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है।

इस अवसर पर गगनेजा ने भागीदारों को सुझाव देते हुए कहा कि वह अपनी फोन डिवाइस पर किसी भी तरह की अनजान ऐप को डाउनलोड ना करें क्योंकि यह ऐप आपके गुप्त डाटा को गुप्त ढंग से हैकर तक पहुंचा सकता है। उन्होंने भागीदारों को अपील करते हुए कहा कि वह ऑनलाइन लेनदेन करते समय चौकस रहें तथा अपना ओटीपी किसी को भी साझा ना करें।

इस अवसर पर अरोड़ा ने जोर देते हुए कहा कि वर्तमान समय में बैंकिंग एक सहज डिजिटल अनुभव में तब्दील हो गई है तथा बैंकों की पहुंच उनकी अंगुली पर उपलब्ध है तथा डिजिटल बैंकिंग के इस परिवर्तन व विस्तार से साइबर सुरक्षा क्षेत्र के रूप में उभरा है।

इस अवसर पर विजय ने डिजिटल धोखाधड़ी से खुद को बचाने तथा सुरक्षित लेनदेन करने के लिए स्मार्ट वेरीफाइड एप्स का प्रयोग करना, ब्राउज़र करना, सिर्फ सुरक्षित व अधिकृत वेबसाइट, सुरक्षित इंटरनेट कनेक्शन का प्रयोग करना ,कार्ड का प्रयोग करते समय सतर्क रहना तथा अपने कंप्यूटर व मोबाइल सुरक्षा को अपडेट करना आदि संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इस अवसर पर उन्होंने समूह भागीदारों को साइबर धोखाधड़ी का सामना करने की सूरत में तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर रिपोर्ट करने के लिए कहा।

इस सेमिनार के अवसर पर डॉ मेघा ने स्टेज की भूमिका निभाते हुए धन्यवाद प्रस्ताव पर किया तथा समारोह के प्रसारण की प्रोफेसर मीनू चोपड़ा ने जिम्मेदारी संभाली। इस अवसर पर डॉ दीपक देवगन, डॉक्टर पूनम शर्मा, डॉ अजय सहदेव, डॉक्टर रछपाल सिंह, डॉक्टर निधि, प्रोफेसर पूजा पुरी, डॉक्टर सामिया, डॉक्टर अमरबीर सिंह, प्रोफेसर तुषार तथा कॉमर्स विभाग के अन्य फैकल्टी सदस्य मौजूद थे।

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