उड़ीसा: प्रदेस में नक्सलियों ने एक समान अंतर सरकार चला रखा है। जिसके तहत वे अपने हिसाब से लोगों को सजा देते हैं ।इसके लिए बाकायदा ग्रामीणों को बुलाया जाता है। जनसभा लगाई जाती है और दोषी व्यक्ति को पकड़कर के गांव वाले के सामने मौत तक की सजा दी जाती है ।
ऐसी ही घटना नबरंगपुर जिले के रैगर क्षेत्र में माओवादी ने एक युवक पर जंगल काटकर नई बस्ती बसाने, बीजेपी के विरोध करने और बंगालियों को बसाने के आरोप लगाते हुए गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद नक्सलियों ने घटनास्थल पर लिखित परीक्षा भी छोड़ा है। साथ ही चेतावनी दी है कि उनके आदेश का उल्लंघन हुआ तो वह सरेआम दोषी पाए लोगों को सजा देंगे। इस घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत है।गौरतलब हो गत 23 फरवरी को उन्होंने हटीगांव के खालेपारा गांव के चंदन मल्लिक (35) की उसके घर से हत्या कर दी और 10 दिन पहले नारद मरकाम (45) की हत्या कर दी।सामंत चामेंडा (छत्तीसगढ़) गांव का मारा गया इसी तरह रायघर थाना अंतर्गत लक्ष्मणपुर गांव के नारायण नागेश (38) की आज गोली मारकर हत्या कर दी गयी।मौके पर पड़े पोस्टरों में लिखा है कि जंगल काटकर गांव बसाने के आरोप में उसे फांसी की सजा सुनाई गई है। मैनपुर-नुआपाड़ा मंडल समिति (माओवादी) के एक पोस्टर में कहा गया है कि जंगल माफिया के आरोप में नारायण नागेश की हत्या कर दी गई थी।