उत्तराखंड : यूपी की तरह उत्तराखंड की सरकार भी चैत्र नवरात्रि के आयोजकों को एक लाख रुपए की सहयोग राशि देने की घोषणा की है। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
22 मार्च दिन बुधवार से चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही है। ऐसे में धामी सरकार ने इस बार चैत्र नवरात्र को नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाने का बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए हैं कि 22 से 30 मार्च तक नवरात्र को नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इसके तहत हर जिले में देवी उपासना के कार्य़क्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसके लिए सभी जिलाधिकारियों को एक-एक लाख रुपये दिए गए है।
प्रत्येक जिले में देवी उपासना के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। इसमें महिलाओं और बालिकाओं की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाए। ये आयोजन जिलों में जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में गठित होने वाली समितियों के माध्यम से किया जाएगा। इसके लिए संस्कृति विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को एक-एक लाख रुपये दिए गए हैं।मुख्यमंत्री का मानना है कि उत्तराखंड के संस्कारों में देवी स्तुति का महत्वपूर्ण स्थान है। उत्तराखंड की कुल देवी नंदा देवी हमारी आस्था ही नहीं हमारे समाज में नारी शक्ति की महत्ता को भी परिलक्षित करती हैं। आयोजन स्थल के आसपास सफाई, प्रकाश, ध्वनि व अन्य व्यवस्थाएं जिला प्रशासन की ओर से सुनिश्चित की जाए। गौरतलब हो कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री राम चरित्र मानस और चैत्र नवरात्रि के आयोजन करने वाले प्रत्येक जिले में एक लाख रुपए का सहयोग देने की घोषणा की थी। इसके लिए उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया था। उसके बाद उनके विपक्षी विरोध सामने आ गए और तंज कसना शुरू कर दिए । कुछ मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी विरोध जताया था। अब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी योगी आदित्यनाथ के राह पर चल पड़े हैं। संभवतः इनका भी विरोध होना तय है।