भारत में दिखने लगा है जल संकट , यूएन के दावे ने चौंकाया

27 वर्ष बाद भारत, चीन और पाकिस्तान में सबसे अधिक जल संकट गहराएगा

नई दिल्ली: वैश्विक जलवायु परिवर्तन के साथ मौसम में तेजी से हो रहे बदलाव को लेकर ग्लेशियर पिघल रहे हैं। जिसका असर जल संकट पर भी पढ़ना तय माना जा रहा है। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र जल सम्मेलन 2023 से पहले यूनाइटेड नेशन ने संयुक्त राष्ट्र विश्व जल रिपोर्ट 2023 जारी की है रिपोर्ट चौंकाने वाला है। जिसमें बताया गया है कि लगभग 80% आबादी जल संकट से जूझ रही है। भारत में 20 करोड़ आबादी चपेट में है। आने वाले 27 साल के बाद भारत, चीन और पाकिस्तान में सबसे अधिक जल संकट गहरा जाएगा।

वर्तमान में विश्व के लगभग 770 मिलियन लोग ऐसे हैं जिन्हें पीने की साफ पानी नहीं मिल पाता है। कुल जल के लगभग 3.5% जल का केवल 0.8:/: रोज इस्तेमाल कर रहे हैं, और बाकी हिमखंड में जमा है। अब पृथ्वी के बढ़ते तापमान के कारण हिमखंड में जमा जल तेजी से पिघल रहे हैं । जिसके कारण ग्लेशियर से निकलने वाली नदियों के बाहों में कमी देखी जा रही है। जिसका असर भूमिगत जल पर पड़ रहा है। जल का स्तर भूमि के बहुत नीचे जा रहा है और लोगों को पीने के साफ पानी नहीं मिल पा रहे हैं। यह गलती किसी और का नहीं मनुष्य द्वारा कृत्रिम रूप से तैयार किया गया संकट है। पीने योग मीठे पानी के मुख्य स्रोत भूमिगत जल, सतही जल और वर्षा द्वारा जल प्राप्त होता है। वही तेजी से वनों की कटाई, जलवायु प्रभाव, विकास, शहरीकरण, तेजी से बदलती जीवन शैली और बढ़ती आबादी भी जल संकट के मुख्य कारण है। इस बीच यूएन की रिपोर्ट भारत चीन पाकिस्तान के लिए चौंकाने वाला आया है। जिसमें बताया गया है विगत 2050 तक दुनिया में सबसे ज्यादा भारत में पानी का संकट होगा। पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन की भी स्थिति खराब होगी। कई नदियों के बहाव की स्थिति भी कमजोर पड़ जाएगी। रिपोर्ट में बताया गया है कि लगभग 1.7 से 2.40 अरब की शहरी आबादी पानी के संकट से जूझेगी। वर्ष 2016 में 9.33 करोड़ आबादी पानी के संकट से जूझ रही थी। अब पूर्वोत्तर चीन, भारत और पाकिस्तान पर यह संकट सबसे ज्यादा है। ग्लेशियर पिघलने के कारण सिंधु ,गंगा ,ब्रह्मपुत्र जैसी प्रमुख हिमालय नदियों का बहाव कम हो जाएगा।

भारत में जल संकट दिखने लगा है

दूसरी ओर अभी से यूपी, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, केरल, तमिलनाडु ,झारखंड सहित अनेक प्रदेशों में जल संकट गहराने लगा है। पीने के पानी का टैंकों से पहुंचा जा रहा है।लोग घंटों लाइन में खड़े हो कर पानी पाने का इंतजार करते रहते हैं। हालांकि केंद्र सरकार ने हर घर जल पहुंचाने के लिए अभियान छेड़ रखा है। ग्राउंड लेवल पर पाइप के द्वारा शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में पीने के पानी पहुंचाने का मुहिम चलाया जा रहा है।

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