नई दिल्ली: देश में वर्तमान मूल्य पर जीडीपी 2022-23 में 273.08 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। जबकि 2021-22 के लिये अस्थायी अनुमान में इसके 236.65 लाख करोड़ रुपये रहने की संभावना जतायी गयी थी। इस प्रकार, वर्तमान मूल्य पर जीडीपी (नॉमिनल जीडीपी) में वृद्धि दर 2022-23 में 15.4 प्रतिशत रहने की संभावना है जो 2021-22 में 19.5 प्रतिशत थी।
वर्तमान समय में भारत की “जीडीपी” कितनी है ?
किसी भी विकासशील देश के लिए उसके आर्थिक रूप से मजबूत होने के लिए जीडीपी का अधिक होना बहुत आवश्यक है। भारत एक विकासशील देश है।क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत 7वां एवं जनसंख्या की दृष्टि से भारत विश्व में दूसरा स्थान रखता है।
कोरोना महामारी ने ना केवल भारत बल्कि विश्व की अर्थव्यवस्था को धराशायी कर दिया। ऐसे में आज की तारीख में भारत देश की वर्तमान जीडीपी कितनी है, इसका निश्चित बयान दे पाना थोड़ा मुश्किल होगा।परंतु आंकड़ों के हिसाब से वर्ष 2020 का 1 अप्रैल की तारीख को जीडीपी “3.2 ट्रिलियन डॉलर” यानी भारतीय रुपये में करीब “23,61,18,72,00,00,000.00” (23 नील 61 खरब 18 अरब 72 रु.) है।
भारत में जीडीपी के आंकड़े कौन जारी करता है?
अगर किसी देश की जीडीपी अधिक है तो वह देश आर्थिक रूप से मजबूत है। और अगर जीडीपी कम है तो वह देश आर्थिक रूप से कमजोर है।
जीडीपी के आंकड़े कहां से जुटाए जाते हैं?
देशभर में उत्पादन एवं सेवाओं के आंकड़े केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय इकट्ठा करता है।
देश के उत्पादन एवं सेवाओं को इकट्ठा करने में केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की मदद कई इंडेक्स करते हैं। जिनमें से मुख्य रूप से industrial product index index (IIP) एवं customer price index (CPI) शामिल है ।
इसके बाद केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय केंद्र एवं अलग-अलग राज्यों से एजेंसियों के माध्यम से आंकड़े इकट्ठा करता है ।
जब केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय इन सभी आंकड़ों को इकट्ठा कर लेता है उसके बाद जीडीपी के आंकड़े को जारी कर दिया जाता है ।