पंजाब में एएसआइ ने पत्नी , बेटे और कुत्ते की गोली मारकर हत्या के बाद कर ली आत्महत्या,पड़ोसन का भी किया था अपहरण

पंजाब: सुबह पंजाब पुलिस के एएसआइ भूपिंदर सिंह ने सर्विस कार्बाइन से गोलियां मार कर पत्नी और बेटे और कुत्ते की हत्या कर दी। विरोध करने पर पड़ोसन का अपहरण कर बहुत देर तक बंधक बनाए रखा। बाद में स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह सब एक सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गया।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि पंजाब पुलिस के एएसआइ भूपिंदर सिंह ने परिवारिक विवाद के कारण तनाव में थे। वे दो दिन के छुट्टी पर घर आया था। डीआइजी कार्यालय अमृतसर की सुरक्षा में तैनात था।उसका इलाज भी चल रहा था।
इस बीच किसी बात पर पत्नी से विवाद हो गया। तब उसने सर्विस कार्बाइन से गोलियों वर्षों ने लगा। इससे उसकी पत्नी और बेटे की मौत हो गई। इस दौरान उसने भौंकने पर पालतू कुत्ते को भी भून दिया। वारदात को देख पड़ोसी महिला चिल्लाने लगी तो कार्बाइन के बल पर उसे अगवा कर रिश्तेदार के घर गांव शहाबपुरा ले गया। वहां साढ़े चार घंटे तक उसे कमरे में बंद रखा। पुलिस की अपील के बाद महिला को तो छोड़ दिया, लेकिन खुद को कार्बाइन से छाती में तीन गोलियां मारकर आत्महत्या कर ली। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। सीसीटीवी फुटेज में वह कार्बाइन के बल पर महिला को अगवा करते भी दिखाई दे रहा है। एसपी आप्रेशन जगजीत सिंह सरोया ने बताया कि एएसआइ भूपिंदर सिंह डीआइजी कार्यालय अमृतसर की सुरक्षा में तैनात था। उन्होंने बताया कि एएसआइ भूपिंदर सिंह दो दिन पहले ही छुट्टी पर घर गया था। वह डिप्रेशन का शिकार था। उसका इलाज भी चल रहा था। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि भौंकने पर कुत्ते को भी मार डाला है, पड़ोसी महिला चिल्लाई तो अगवा कर लिया,वह शहर में रहना चाहता था, पत्नी नहीं छोड़ रही थी गांव, इसी विवाद में की वारदात पर सारे घटना को अंजाम दे दिया।इस दौरान वह पर फोन पर कहा रहा था कि हत्या करके बड़ी गलती कर दी है।वह हत्या के बाद भाई के पास कनाडा जाने की कर रहा था तैयारी।वह बटाला शहर में रहना चाहता था, जबकि उसका परिवार गांव छोड़ने को तैयार नहीं था। इसी बात को लेकर मंगलवार सुबह करीब 10 बजे 40 वर्षीय पत्नी बलजीत कौर के साथ उसका झगड़ा हुआ। थोड़ी देर बाद अचानक उसने कार्बाइन से 17 वर्षीय बेटे बलप्रीत सिंह पर गोलियां चला दीं। पत्नी बलजीत जब बेटे को बचाने आई तो उसे भी भून दिया। पड़ोस में रहने वाली मनजीत कौर गोलियां चलने की आवाज सुन मौके पर पहुंची और चिल्लाने लगी तो उसे कार्बाइन के बल पर अगवा कर कार से बटाला जिले के गांव रंगड़ नंगल की तरफ चला गया। करीब 12 बजे वह गांव शहाबपुरा में रिश्तेदार के घर पहुंचा। घर में दो महिलाएं और एक बच्चा भी था, जिन्हें आरोपित ने बंधक बना लिया। कुछ देर बाद बंधक महिलाएं बच्चे की दवा का बहाना बना बाहर निकल आई। उसने खुद को अगवा महिला के साथ कमरे में बंद कर लिया। बटाला थाने की पुलिस ने गांव शहाबपुरा को चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस अगवा महिला को छोड़ने व आत्मसमर्पण करने की अपील करती रही, लेकिन वह नहीं माना। बाद में आरोपित ने महिला को तो छोड़ दिया, खुद बाहर नहीं आया। शाम करीब पांच बजे उसने छाती पर तीन मारकर आत्महत्या कर ली।
एसएसपी बटाला अश्वनी गोटियाल ने बताया कि बेटे बलप्रीत ने इस साल 12वीं की परीक्षा दी थी और वह भी भाई के पास कनाडा जाने की तैयारी कर रहा था। खास बात यह है कि मनजीत कौर को अगवा करने के बाद आरोपित भूपिंदर सिंह उसके परिवारिक सदस्यों को बार-बार फोन करता रहा। इस दौरान वह उन्हें कहता रहा कि हत्या करके उससे बड़ी गलती हो गई है। वह मनजीत कौर को किसी तरह की कोई हानि नहीं पहुंचाएगा और जल्द ही उसे गांव पहुंचा देगा।

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