एक्सएलआरआइ का 67 वां दीक्षांत समारोह आयोजित, एमएफसीजी कंपनी मैरिको के चेयरमैन हर्ष मारीवाला को मिला सर जहांगीर गांधी मेडल फॉर सोशल एंड इंडस्ट्रियल पीस मेडल
झारखंड: जमशेदपुर स्थित एक्सएलआरआइ के 67वां दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एमएफसीजी कंपनी मैरिको के चेयरमैन हर्ष मारीवाला जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में टाटा स्टील इंडिया एंड साउथ ईस्ट एशिया के एमडी सह एक्सएलआरआइ के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स टीवी नरेंद्रन उपस्थित थे। इस अवसर पर एक्सएलआरआइ से पास आउट होने वाले 484 विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट दिया गया।कार्यक्रम के दौरान हर्ष मारीवाला को प्रतिष्ठित ”सर जहांगीर घांदी मेडल फॉर इंडस्ट्रियल एंड सोशल पीस” से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मैरिको के चेयरमैन हर्ष मारीवाला ने सभी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मैरिको के 80 करोड़ से लेकर 10 हजार करोड़ तक के टर्न ओवर की कंपनी बनने तक के सफर के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।कहा कि ऐसा इसलिए हो पाया क्योंकि हमने अपने वर्क प्लेस में इनोवेशन कल्चर को डेवलप किया।कहा कि कई बार इनोवेशन से संभव है कि नुकसान भी हो, लेकिन इसके बाद भी इसके डर से इनोवेशन छोड़ना चाहिए।श्री मारीवाला ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि इनोवेशन सिर्फ एमबीए लैब से ही पैदा हो।इनोवेटिव आइडिया समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के पास भी हो सकता है। इस समारोह के दौरान 14 मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिया गया।इस मौके पर एक्सएलआरआइ के डायरेक्टर फादर एस जॉर्ज एसजे, एक्सएलआरआइ के डीन एकेडमिक्स प्रो डॉ संजय पात्रो, डीन एडमिनिस्ट्रेशन फादर डोनाल्ड डिसूजा समेत सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं, विद्यार्थी व अभिभावक मौजूद थे। इस दौरान फैकल्टी, नॉन टीचिंग स्टाफ व मेंटेनेंस स्टाफ को लगातार 15 वर्ष तक सेवा देने के लिए उन्हें लांग सर्विस मेडल से नवाजा गया।
30 साल पहले चीन कोई ताकत नहीं थी, लेकिन आज हम कोई नाम ले रहा है: टीवी नरेंद्रन
मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में टाटा स्टील इंडिया एंड साउथ ईस्ट एशिया के एमडी सह एक्सएलआरआइ के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स टीवी नरेंद्रन ने कहा कि छात्र जीवन के दौरान जो भी बातें सीखी जाती है, उसका व्यावहारिक जीवन में सकारात्मक तरीके से इस्तेमाल करें। कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती है। कहा कि जब वे आज से 30 साल पहले ग्रेजुएट हुए थे उस वक्त चाइना कोई फैक्टर नहीं था, लेकिन आज स्थिति बदली हुई है। इंटर कनेक्टेड वर्ल्ड की वजह से ऐसा हो रहा है कि रसिया व यूक्रेन वॉर का असर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अपने देश पर भी पड़ता है।उन्होंने क्लाइमेट चेंज पर भी अपनी बातों को रखा।
15 साल काम करने के लिए इन्हें मिला लांग सर्विस मेडल
फैकल्टी – मनोज थॉमस, नरसिंहन राजकुमार, प्रतीक राय, सुमित सरकार, अरुंधति सरकार बोस, संजीव वार्षणेय, एमजी जोमोन, शांतनु सरकार
नॉन टीचिंग स्टाफ- विकास चंद्र चौधरी, निरुपमा हरिपाल, एडलाइन ओड़ेया, सुशांता मंडल, प्रिया मिंज, मनीषा एस बेक
मेंटेनेंस स्टाफ- जेम्स विन्सेंट मालवा, तरुण महतो, विष्णु, बापी कुमार नाथ
किस कोर्स के कितने स्टूडेंट हुए ग्रेजुएट
- फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट- 14
- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट- 176
- बिजनेस मैनेजमेंट- 180
- जेनरल मैनेजमेंट ( 15 माह प्रोग्राम ) – 114
एकेडमिक एक्सीलेंस के लिए इन्हें मिला मेडल
- बेस्ट ऑल राउंड स्टूडेंट- डेल्फी तयाल
- बेस्ट ऑल राउंड वीमेन स्टूडेंट- तान्या गुप्ता
- आउटगोइंग एफपीएम स्टूडेंट- वरुण शर्मा
- हाइयेस्ट सीक्यूपीआइ एचआरएम- तान्या गुप्ता
- सेकेंड हाइयेस्ट सीक्यूपीआइ एचआरएम- मुदित गोयल
- हाइयेस्ट सीक्यूपीआइ बीएम- कुणाल गुप्ता
- सेकेंड हाइयेस्ट सीक्यूपीआइ बीएम- आदित्य क्षेत्रपाल
हाइयेस्ट सीक्यूपीआइ जीएमपी- विनित माहेश्वरी