अपराधिक पृष्ठभूमि वाले भाजपा नेता अभय सिंह का पार्टी के बड़े नेताओं ने नहीं दिया साथ

*समर्थकों ने जेबीएम जिंदाबाद के लगाए नारे, निर्दलीय विधायक का मिला साथ, भेजे गए जेल

झारखंड: जमशेदपुर में अपराधिक पृष्ठभूमि वाले जेबीएम से भाजपा में शामिल हुए अभय सिंह को जिला पुलिस ने दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वही उनके हिंदू नेता बनने के सपने को पार्टी के वरिष्ठ भाजपाइयों ने समर्थन नहीं देकर चकनाचूर कर दिया है। जिससे उनके समर्थकों ने जमकर जेबीएम जिंदाबाद के नारे लगाए हैं, तो वही निर्दलीय विधायक सरजू राय समर्थन मिल गया है। इस पूरे प्रकरण में हिंदू और मुस्लिम नेताओं के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में 12 सौ लोगों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज कर कार्रवाई की गई है। जिसमें से लगभग 67 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
झारखंड में लोकसभा और विधानसभा चुनाव वर्ष 2024 में होना है। इसके लिए विभिन्न दल के नेता अपना समीकरण बना रहे हैं। वहीं कुछ लोग पार्टी में विशेष पहचान बनाने के लिए किसी भी सीमा तक जाने को तैयार है।। इसके लिए वे शहर के शांति को छिन्न-भिन्न करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही प्रयास 8 अप्रैल शनिवार को जमशेदपुर के कदमा क्षेत्र में देखने को मिला। यहां हिंदू- मुस्लिम के नाम पर दंगे भड़काए गए। अनेक दुकान और वाहन चलाए गए। जमके पत्थरबाजी हुई। 18 घंटा के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई । जिला प्रशासन और आम जनजीवन हकलान में और सभी परेशान रहे ।अंततः मंगलवार तक जनजीवन सामान्य हो गया। कदमा क्षेत्र में पुलिस छावनी में बदल दिया गया है। गश्त जारी है । सोशल मीडिया पर जिला प्रशासन द्वारा नजर रखी जा रही है।आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है। शनिवार की शाम शास्त्री नगर के ब्लॉक नंबर 3 में हाइमास्क लाईट में बजरंग बली के झंडे के बांस में पैकेट जैसा कुछ आपत्तिजनक वस्तु दिखाई दी। तुरंत पुलिस को खबर दिया गया। बताया जाता है कि उस पैकेट को पुलिस के जवान ने हटा दिया। परंतु तभी लोगों की भीड़ शास्त्री नगर ब्लॉक नंबर 3 में जुट गयी। हिन्दू समर्थकों ने कार्यवाही की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। देखते ही देखते कुछ हिन्दू संगठन के लोग और भाजपा के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुँच गए और सख्त कार्यवाही की मांग करने लगे।
रात लगभग 10 बजे पुलिस ने सभी को समझा बुझा कर मामला शांत करवाया और मौके पर फोर्स तैनात कर दी गई।
रविवार की सुबह 11 बजे ब्लॉक नंबर 2 में पुलिस द्वारा दोनों धार्मिक पक्षों के लोगों के साथ शांति समिति को बुलाया गया और मीटिंग की गई। वहीं शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर 2 में शाम 6 बजे धार्मिक स्थल पर कुछ संगठनों ने बैठक की और 6-30 बजे दोनों समुदाय के लोगों के बीच पत्थर बाजी शुरू हो गई। सुचना मिलने पर सिटी एसपी के. विजय शंकर, डीएसपी कमल किशोर,अनिमेष गुप्ता, एसडीओ पियूष सिन्हा, और कदमा, सोनारी और बिस्टुपुर थाना प्रभारी अंजनी कुमार ने दोनों पक्षों को खदेड़ दिया। इसके बावजूद पत्थर बाजी होती रही। इससे कुछ पुलिस वाले भी घायल हो गये। हिंसक भीड़ द्वारा दुकान एवं बाइक में आग लगा दी। कुछ कारों में तोड़फोड़ किया गया। एक समुदाय के ओर से निरन्तर पत्थरबाजी होती रही ।वहीं दुसरे पक्ष के लोग भी इकट्ठा होकर नारेबाजी करने लगे।
घटना स्थल पर डीसी विजय जाधव भी पहुचीं और स्थिति का जायजा लिया। पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।

पुलिस ने औकात बताई

इधर सोमवार को सुबह अपराधिक पृष्ठभूमि वाले बीजेपी नेता अभय सिंह को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस उसको बिस्टुपुर थाना ले गयी। यहां अभय सिंह के समर्थक पुलिस गिरफ्तारी का विरोध करने लगे और थाना के बाहर जमकर नारेबाजी की। इनमें भाजपा का कोई भी बड़ा नेता नहीं पहुंचा था। इस दौरान
उससे मिलने जमशेदपुर पुर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय बिस्टुपुर थाना पहुंचे और उनसे मुलाकात की।

सरजू राय अपना हित देख रहे थे
जानकार बताते हैं कि अभय सिंह के आवास के आसपास कुछ बूथ है।जिस पर अभय सिंह का कंट्रोल रहता है। इसका फायदा सरजू राय आगामी चुनाव में लेना चाह रहे है। साथी ही वे भाजपा में सेंधमारी कर भाजपा को कमजोर करने का भी प्रयास में लगे हुए हैं। जिसके कारण वे बिष्टुपुर थाना में गिरफ्तार कर रखे गए अभय सिंह से मिलने पहुंच गए। यहां उन्होंने पुलिस को फटकार भी लगाई और अभय सिंह को हाजत से निकलवा कर मुंह धूलवाया और नाश्ता भी करवाएं। उसके बाद हर तरह का समर्थन देने का आश्वासन देकर चलते बने।

भाजपा के बड़े नेताओं ने अभय सिंह के हिंदू नेता बनने की हवा निकाली
जमशेदपुर के साकची थाना क्षेत्र काशीडीह निवासी अभय सिंह की छवि अपराधिक रही है । उनको अपने गृहक्षेत्र के लोग पसंद नहीं करते हैं। उनका झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से 36 का आंकड़ा है। उनके स्वर्गीय पिता धुरंधर सिंह कांग्रेस में थे। बाद में विश्व हिंदू परिषद में आ गए और हिन्दूओं की राजनीति शुरू करने लगे। उनके मृत्यु के बाद पुत्र अभय सिंह और इनके दो भाइयों ने भाजपा से राजनीति शुरू की। राजनीति में इनके गॉडफादर बाबूलाल मरांडी है। जब बाबूलाल मरांडी भाजपा से बगावत कर अपनी अलग पार्टी जेवीएम बना ली।तब अभय सिंह और उनके परिवार के सभी सदस्य अपने समर्थकों के साथ जेवीएम में शामिल हो गए। वे जेवीएम के टिकट पर अनेक बार चुनाव लड़ कर हार चुके हैं‌। उस दौरान जमानत भी जप्त हो चुकी है। बाद में जेबीएम का भाजपा में विलय हो गया। जिसके साथ अभय सिंह का भी कुनबा भाजपा में आ गया। पुनः भाजपा में वापस आने के बाद अभय सिंह हिन्दूओं के नेता बनने के चक्कर में जिला प्रशासन से हमेशा उलझने का प्रयास करते रहे हैं। अक्सर हिंदू सेंटीमेंट को अपने पक्ष में लाने का प्रयास करते रहें है। इसके लिए वे जिला प्रशासन को ललकारने और धमकाने से भी बाज नहीं आए हैं। इस रामनवमी में विवाद होने पर रामनवमी झंडा विसर्जन रोक लगाने का प्रयास किए थे। जिसके चलते अनेक रामनवमी झंडा का विसर्जन नहीं हुआ था। बाद में हिंदू संगठन के लोग ही अभय सिंह का विरोध करने लगे थे। जिससे वे बैकफुट पर आते देख वे पुनः कदमा में सक्रिय हो गए। हिंदू सेंटीमेंट को अपने पक्ष में करने का प्रयास किए। नतीजा यह हुआ कि जिला प्रशासन ने अभय सिंह को औकात दिखाते हुए गिरफ्तार कर लिया और उन्हें जेल भेज दिया। जेल भेजने से पूर्व एमजीएम अस्पताल में मेडिकल जांच हुई। इस दौरान उनके समर्थन में भाजपा का कोई भी बड़ा नेता मिलने नहीं आया। जिससे अभय सिंह के समर्थक नाराज हो गए। वे जेबीएम जिंदाबाद के नारा लगाने लगे। खुलेआम कहने लगे भाजपा से तो अच्छा जेबीएम ही था कि उनके समर्थन में अनेक लोग आते थे। अभी उनकी मदद करने करने के लिए कोई भी भाजपा के बड़े नेता नहीं आए। जाहिर है जमशेदपुर में भाजपा के अनेक दिग्गज नेता हैं। वे अभय सिंह को पसंद नहीं करते हैं।एसे में अभय सिंह को अपना नेता कैसे मान लेते।

119 लोगों के खिलाफ नामजद और 12 सौ लोगों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज

जमशेदपुर शहर के कदमा शास्त्रीनगर में महावीरी झंडा को लेकर विवाद के बाद हुए हिंसा और आगजनी जैसी घटना को लेकर दोनों गुटों की ओर से जमशेदपुर पुलिस ने 119 लोगों के खिलाफ नामजद आरोपी बनाया है। इसके अलावा 200 एक पक्ष और 1000 दूसरे पक्ष के अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। इस मामले में जमशेदपुर अक्षेस के पदाधिकारी के अनय राज शिकायतकर्ता है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 67 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।लोगों के खिलाफ हरवे हथियार से लैश होकर जानलेवा हमला करने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और फायरिंग करने की प्राथमिकी दर्ज की गयी है।कदमा शास्त्रीनगर में तैनात मजिस्ट्रेट व जेएचएसी के सिटी मैनेजर अभय राज के बयान पर पुलिस ने सभी पर धारा-147,148, 149, 332, 333, 337, 338, 353, 427, 307, 153ए, 188, 295 (ए) 203, 116, 27 आर्म्स एक्ट, 3/4 विस्फोटक अधिनियम, 3 लोक निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस ने जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है,उसमें जमशेदपुर के साकची के काशीडीह निवासी भाजपा नेता अभय सिंह, द्वीपल विश्वास, शास्त्रीनगर कदमा के रहने वाले भाजपा नेता सुधांशु ओझा,रानीकुदर के नंदजी प्रसाद, रानीकुदर के भाजपा नेता उमेश सिंह, विहिप के जिला अध्यक्ष अजय गुप्ता,शास्त्रीनगर का संदीप उपाध्याय, विहिप का हर्ष यादव, शास्त्रीनगर का चिंटू सिंह, शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर 3 का अजीत सिंह,राहुल दुबे केशव, रंजीत,कदमा विहिप का उत्तम दास,प्रदीप सिंह, कदमा मेन रोड का दीपक वर्मा, सुभाष चटर्जी, सुरज, कदमा रोड नंबर 6 का शंभू प्रमाणिक,पृथ्वी सिंह, विहिप कदमा का शास्त्रीनगर का रोशन कुमार, शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर 2 का आफताब खान,अब्दुल मोबिन निजामी, अरशद उर्फ मर्दाना, शादाब खान, फहद खान, सोएब खान, साकीर, शास्त्रीनगर का जुनैद खान, मो. शाहीब, अमीर खान, जीतेश झा, भाटिया बस्ती का गोपी प्रमाणिक, बिष्टुपुर का आनंद साह, प्रेम कुमार रजक, भाटिया बस्ती प्रतीमानगर का प्रेम कुमार रजक, उत्तम कुमार, रामनगर का सुरज राज, शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर 4 का किशन सिंह, ब्लॉक नंबर एक का अजीत कुमार, रंजीत पंडित, बिष्टुपुर रामदास भट्ठा का अरशद गद्दी, शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर 2 का इस्माइल अंसारी, असीफ खान, शेख साहिल, अफजल हुसैन, मो सलाउद्दीन, वेकल, गोरा भइया, तौकी, शिबू, राजा, मसजिद के पास का रहीम, क्रॉस रोड नंबर 5 का मिराज, शास्त्रीनगर मसजिद का अफरीदी, ब्लॉक नंबर 2 का तौकीफ, भटारी, आतीक खान, मो. मुजफ्फर, शेख परवेज, रानीकुदर मकान नंबर 80 का मो. शादाब आलम, मो. आवेश, ब्लॉक नंबर 2 का मो. शाहिल देव, शब्बीर अहमद, मोजावेद, नसीम अंसारी, मो. असलम अंसारी, रोड नंबर 3 का मो. अलीम, ब्लॉक नंबर 2 का जमील अख्तर, जब्बार अंसारी, मो. निहालुद्दीन, ईमामबाड़ा का मो. इमरान, कदमा के कॉस रोड नंबर 6 का मो. फिरोज, रफीक मंगल, ब्लॉक नंबर 2 का मो. नसीरूद्दीन, मो. हन, मो. गुलताज, क्रॉस रोड नंबर 7 का सत्तार अंसारी, सकीर अली शामिल है।
वही अन्य लोगों में मो. मुस्तफा रजा, इमाम अंरी, क्रॉस रोड नंबर 3 की वसीद रजा, क्रॉस रोड नंबर 4 का सरफरार आलम, नौशाद अहमद, क्रॉस रोड नंबर 5 का अफसर अली और क्रॉस रोड नंबर 7 का मो. सलीम, अफजल हुसैन, सलाउद्दीन, वेकल, गौरा भईया, तौकीर, शिबू, इस्माइल, फिरोज, रफीक, नसरूद्दीन, हसन, गुलताज अली, सत्तार अंसारी, शकीर अली, मुस्तफा रजा, मकसूद आलम, इमाम अंसारी, तसीद रजा, सरफराज आलम, नौशाद अहमद, अफसर अली, सलीम, इबरार अंसारी, वाहिद आलम, फुरकान अंसारी, जाकिर हुसैन, नासिर, हफीज उर्फ मुन्ना, इरफान अंसारी, विहिप के संजय कुमार, जनार्दन पांडेय, शाहिद, मुकेश मिश्रा, आफताब, इरफान बिष्टुपुर मटका, आशिक, मोटू, चांद, जाहिर, सारिक, दारा, दशगीर, लंगड़ा टेम्पो ड्राइवर, काना फैयाज, अफजल, लड्डन, बेकारी राजू, बच्चा खान, आलिया का भांजा, इमरान खान, पोगर राजू, वसीम मटका वाला, आनंद सोनकर, आनंद सोनकर का बेटा समेत अन्य लोग शामिल है।

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