सचिवालय घेराव : पहले पिटाई फिर कुटाई के बाद तीन पूर्व मुख्यमंत्री,एक केंद्रीय मंत्री,सांसद ,विधायक

*भाजपा ने इसे काला दिवस माना, विरोध में करेंगे धरना प्रदर्शन

झारखण्ड: प्रदेश की हेमंत सरकार के जवानों ने सचिवालय घेराव कार्यक्रम के तहत पहले भाजपा नेताओं को दौड़ाकर पीटा, फिर कूटा और अब मुकदमा भी दर्ज कर दिया है। जिसमें तीन पूर्व मुख्यमंत्री, एक केंद्रीय मंत्री,सांसद सहित 41 लोगों पर एफआइआर, हजारों कार्यकर्ताओं को बनाया गया है आरोपी। इस घटना को भाजपा ने झारखंड का काला दिवस कहां है। इसके विरोध में प्रदेश के प्रत्येक प्रखंड में धरना प्रदर्शन का आवाहन किया है।



पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के द्वारा मंगलवार को राँची में सचिवालय घेराव कार्यक्रम आयोजित किया गया था।जिसमें पुलिस ने उपद्रव को रोकने के लिए धुर्वा गोलचक्कर के पास बैरिकेडिंग कर रखी थी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अन्य उपाय भी किए गए थे। हालांकि घेराव कार्यक्रम के दौरान हंगामा भी जबरदस्त हुआ है।भाजपा ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया तो पुलिस ने जमकर लाठी भी भांजी है।इस दौरान पुलिस पर पानी के बोतल और पथराव भी किया गया। इसे लेकर राँची के धुर्वा थाना में पूर्व मुख्यमंत्री,केंद्रीय मंत्री,सांसद और विधायक सहित 41 पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।उपद्रव मामले में 1000 से ज्यादा अज्ञात लोगों पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।



इधर क्षेत्र के धुर्वा थाना में कार्यपालक दंडाधिकारी उपेंद्र कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। एफआईआर में नामजद आरोपियों में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा,राँची के सांसद संजय सेठ, चतरा सांसद सुनील कुमार सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, राज्यसभा सांसद समीर उरांव, सांसद निशिकांत दुबे, विधायक अमित मंडल,विधायक ढुलू महतो, आरती कुजूर, प्रदीप मुखर्जी, शत्रुघ्न सिंह, अनिता सोरेन, मुनचुन राय, उमेश यादव, वीरेंद्र यादव, ललित ओझा, केके गुप्ता, कुलवंत सिंह बंटी, गुंजन यादव, अमित कुमार, विकास कुमार पांडे, दिलीप कुमार सिंह, कुमकुम देवी, कामेश्वर सिंह, अमित भैया उर्फ अमित कुमार, कमलेश राम, नीलम चौधरी, साधु मांझी और विमल मरांडी शामिल हैं।इसके अलावा हजारो अज्ञात भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।सभी आरोपियों पर उपद्रव करने, दंगा भड़काने, सरकार के निर्देशों का उल्लंघन करने, सरकारी कार्य में बाधा, अपराध के लिए उकसाने व दूसरे व्यक्ति को नुकसान पहुंचाने से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी हुई है।धारा-147,148,188,353,332,109,427 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया है।
धुर्वा थाना में कार्यपालक दंडाधिकारी सदर उपेंद्र कुमार के द्वारा अपने आवेदन में बताया गया है कि धुर्वा गोल चक्कर के पास दोपहर करीब 1:30 बजे भारतीय जनता पार्टी के लगभग 5000 से ज्यादा कार्यकर्ता और समर्थक धारा-144 का उल्लंघन किया ।इस दौरान वे सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रभात तारा मैदान से धुर्वा गोल चक्कर की ओर पैदल चलकर पहुंचे और गोल चक्कर के मुख्य बैरियर पर पहुंचकर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे।इस दौरान उन्होंने बैरिकेडिंग को गिराने का प्रयास किया। वरीय अधिकारियों के द्वारा माइक पर अनाउंस कर भाजपा कार्यकर्ताओं को धारा 144 के बारे में बताया भी गया, लेकिन इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता बैरिकेडिंग को उखाड़ने और हटाने का प्रयास करने लगे और उपद्रवियों की तरह व्यवहार करते हुए ड्यूटी पर तैनात पुलिस एवं दंडाधिकारी को निशाना बनाते हुए बोतल फेंकना एवं पत्थरबाजी करना शुरू कर दिए।एफआईआर में लिखा गया है कि पुलिस अधिकारियों एवं मौजूद पुलिस बल के द्वारा उपद्रवियों को रोकने का हर संभव प्रयास किए जाने के बावजूद भी भाजपा कार्यकर्ता घेराबंदी को तोड़ने का प्रयास करते रहें। इसी क्रम में लगभग 2:00 बजे भाजपा कार्यकर्ता पत्थरबाजी करने लगे। तब उन पर पानी की बौछार की गयी, इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा भीड़ को उकसाने का प्रयास भी किया जाता रहा। उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के उद्देश्य से पुलिस ने आंसू गैस और बल का प्रयोग किया।भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के द्वारा जिस तरह उपद्रव किया गया उसका वीडियो फुटेज भी प्रशासन के पास मौजूद है। ऐसे में सभी नामजद के साथ-साथ अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाए।
वही झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सरकार ने युवाओं किसानों महिलाओं को धोखा देने का काम किया है। चुनाव के पहले हेमंत सोरेन ने बड़े-बड़े वादे किए। लेकिन सत्ता पाते ही लूट खसोट में लग गए। इस घटना के विरोध में प्रदेश के पूरे प्रखंड में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

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