ऑनलाइन ठगी के बाद पाकुड़ से आईपीएल के नाम पर ठगी का खेल

*पाकुड़ शहर में बैठा मास्टर मांइड चला रहा नेटवर्क, बेखबर पुलिस

झारखंड: देश में ऑनलाइन अकाउंट हैक करने के मामले में बदनाम पाकुड़ जिला में अब आईपीएल के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने का धंधा शुरू हो गया है। जो चौंकाने वाला है। आईपीएल का सट्टे का कारोबार बेहद पैमाने में फल फूल रहा है। सट्टेबाज आईपीएल शुरू होते ही पाकुड़ जिला के सट्टे का बाजार गर्म हो गया है। पिछले 31 मार्च से अभी तक करोड़ो से ज्यादा का सट्टा का बाजार हो चुका है।आईपीएल सट्टेबाजी में पैसा को डबल करने का लालच दिखाकर भोली भाली लोगो को ठगने का काम कर रहे है।इन सट्टेबाजों का नेटवर्क बहुत बड़ा है और यह लोग पाकुड़ शहर को हेड क्वार्टर बना कर पूरे देश में सट्टे का कारोबार करवा रहे है।
जानकारी के मुताबिक बैंक एकाउंट हैकर लोगों का रुपया गायब करने के मामले में पाकुड़ जिला के अधिकांश लोग बदनाम है। यहां पर हैकिंग गृहउद्योग के रूप में फल फूल रहा है। पाकुड़ के इतिहास में नया अध्याय की शुरुआत हो चुकी है। यहां बैठे हैकर आईपीएल में सट्टेबाजी के माध्यम से लोगों के अकाउंट हैक कर रहे हैं।वे हैकिंग के धंधा से करोड़ों का ठगी कर रहे हैं। बताया जा रहा हैं कि सट्टेबाज के मास्टर माइंड पाकुड़ शहर के सफेदपोश की गिनती में आते हैं और बचने के लिए पुलिस अधिकारियों से अच्छे सम्बंध भी बनाये हुए हैं।आईपीएल सीजन के हर एक मैच में टॉस से लेकर बैटिंग, बालिंग, चौके-छक्के, यहां तक कि हर एक रन पर भी दांव लगाए जा रहें है। यह कारोबार ऑनलाइन वेबसाइट और ऑनलाइन एप्लीकेशन के द्वारा किया जा रहा है।इसमें बड़े सट्टेबाज, छोटे सट्टेबाज को उसका आईडी पासवर्ड बना कर देते है। उस आईडी से सारा सट्टे का कारोबार चलाता है।जानकारों की माने तो पाकुड़ जिला में सैकड़ों से ज्यादा आईडी अभी संचालित है। जो सारे को पाकुड़ जिला के अलग अलग गांव एवं मोहला से चलाया जा रहा है।जिसको शहर में बैठे बड़े बुकी के द्वारा इसे संभाल जा रहा है।

पाकुड़ जिला में कहा चल रहा है अवैध सट्टा का कारोबार

जानकार के अनुसार सट्टेबाजों का मुख्य केंद्र पाकुड़ जिला के तांतीपाड़ा, गांधी चौक, अंबेडकर चौक, सिंधीपड़ा, शहरकोल, हाटपाड़ा, पियादपुर और आम बागान बताया जा रहा है। यहां से मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के रहसपुर, नवादा, चांचकी, अंजना, चांदपुर, गंधईपुर, इलामी, तारानगर, सीतापहाड़ी, चेंगाडांगा बताया जा रहा है।इसके अलावे हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़िया,अमड़ापाड़ा एवं महेशपुर मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र में भी यह धंधा शुरू हो गया है।शहर में बैठे बड़े सट्टेबाज वर्तमान में बंद घरों से काम कर रहे हैं। कम समय में करोड़पति बनने के सपनों दिखा कर ये सट्टेबाज भोली भाली जनता को लूटने का काम कर रहे है। इनके आका बाहर से खंडहर दिखने वाले अन्दर से आलीशान घर और चमचमाती कार के शौकीन है। इनके कार्य गोपनीय ढंग से चल रहा है। इन्हें न पुलिस का ख़ौफ़ है और न ही प्रशासन की खौफ। अब देखना होगा पाकुड़ पुलिस ऐसे करोड़पति सटोरियों तक कब पहुंचती है। वही झारखंड पुलिस द्वारा समय-समय पर इन हैकरों के विरुद्ध कार्रवाई की जाती है। दर्जनों लोग पकड़े जाते हैं। इसके बाद भी पाकुड़ जिला से हैकिंग का काम बदस्तूर जारी है जो कुटीर उद्योग के रूप में फल फूल रहा है।एक पुलिस अधिकारी के अनुसार पाकुड़ जिला के अधिकांश लोग फोन के द्वारा लोगों को झांसा देकर बैंक अकाउंट खाली करने में माहिर है। यहां हैकिंग का धंधा कुटीर उद्योग के रूप में पनप रहा है। पुलिस अधिकारी बताते हैं कि सूचना मिलने पर वे हैकरों के घर पर छापेमारी करने जाते हैं। बाहर से खंडहर हो चुके घर के अंदर फाइब स्टार होटलों जैसी सुविधा उपलब्ध रहती है। छापेमारी के दौरान हैकरों के घर के अंदर साजो समान और सुविधा देखकर वे लोग भी दंग रह जाते हैं। पुलिस अधिकारियों का लोगों से बराबर अनुरोध रहता है कि वे लालच में ना आए। अनजान लिंक को नहीं खोले। अन्यथा उनके बैंक अकाउंट खाली हो सकते हैं।

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