*28 अप्रैल से शुरू होगा मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना का चौथा चरण
* विभागों की कार्यप्रणाली की मॉनिटरिंग हेतू रैंकिंग सिस्टम किया जाए आरंभ
चंडीगढ़, 20 अप्रैल – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दिशा-निर्देशों से प्रदेश में अति गरीब परिवारों के आर्थिक उत्थान के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तीन सफल चरणों के बाद अब 28 अप्रैल, 2023 से चौथे चरण की शुरुआत होने वाली है। चिह्नित परिवारों को अंत्योदय मेलों में बुलाकर उन्हें विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जाएगी और उनके द्वारा अपनाने वाली योजनाओं के तहत उन्हें ऋण मुहैया करवाए जाएंगे।
यह जानकारी मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में आज यहां विभिन्न प्रशासनिक सचिवों और जिला उपायुक्तों व अतिरिक्त उपायुक्तों के साथ मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत स्टेट लेवल टास्क फोर्स की बैठक में दी गई। कौशल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पहले तीन चरणों में जिस प्रकार की कठिनाईयां सामने आई हैं, उनका अध्ययन करें ताकि योजना का चौथा चरण सुगमता से पूर्ण हो और परिवारों को त्वरित लाभ प्रदान किया जा सके। उन्होंने कहा कि चौथे चरण में कौशल विकास प्रशिक्षण, हरहित स्टोर, वीटा बूथ इत्यादि योजनाओं पर विशेष फोकस दिया जाए, ताकि राज्य सरकार के युवाओं का उद्यमी बनाने के विज़न को साकार किया जा सके।
विभागों की कार्यप्रणाली की मॉनिटरिंग हेतू रैंकिंग सिस्टम किया जाए आरंभ
श्री संजीव कौशल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत विभागों की कार्यप्रणाली की मॉनिटरिंग हेतू विभागों के लिए रैंकिंग सिस्टम आरंभ किया जाए, ताकि विभागों के मध्य प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा हो।
मुख्य सचिव ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि योजना के चौथे चरण को सफल बनाने हेतू विभिन्न विभागों को लक्ष्य निर्धारित किये जाएं। इसके लिए 3-4 अधिकारियों की एक टीम बनाई जाए, जो इस प्रकार के लक्ष्यों को निर्धारित करेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का मुख्य लक्ष्य अंत्योदय के सिद्धांत पर चलते हुए ‘सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय’ को चरितार्थ करना है। इसलिए सभी अधिकारी पूरी तत्परता और पारदर्शिता के साथ जनकल्याण से जुड़ी सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने की मुहिम में और अधिक तीव्रता लाएं।
प्री-काउंसलिंग बैठकों के माध्यम से परिवारों को दी जा रही है योजनाओं की जानकारी
बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के चौथे चरण की शुरुआत से पहले वर्तमान में सभी जिलों में चि़ह्नित परिवारों के लिए प्री-काउंसलिंग बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। इन बैठकों में परिवारों के सदस्यों की काउंसलिंग कर उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की जा रही है और उन्हें स्व रोजगार हेतू प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस कार्य के लिए सभी टीमों को पूरी तरह प्रशिक्षित किया गया है।
बैठक में बताया गया कि योजना के तहत प्रदेशभर में तीन चरणों में 800 से अधिक अंत्योदय ग्राम उत्थान मेलों का आयोजन किया गया। मेले के लिए चिन्हित एवं आमंत्रित किए गए 3,35,252 लाभार्थियों में से 1,37,738 उपस्थित हुए और विभिन्न ऋण आधारित योजनाओं, कौशल विकास प्रशिक्षण और रोजगार सृजन योजनाओं के तहत 76 हजार से अधिक लाभार्थियों के आवेदन सैद्धांतिक रूप से स्वीकृत किए गए। तत्पश्चात 37 हजार से अधिक लाभार्थियों के ऋण स्वीकृत किए गए।
बैठक में पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, विदेश सहयोग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजा शेखर वुंडरू, सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं अंत्योदय (सेवा) विभाग के प्रधान सचिव विजेंद्र कुमार और हरियाणा परिवार पहचान अथॉरिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री विकास गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।