मुंबई: शरद पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है।इसके बाद एक बार फिर महाराष्ट्र की राजनीति में चल रही अटकलों को जोर मिल गया है।जिससे महाराष्ट्र में सियासत गरमाई हुई है।पवार का ये बड़ा फैसला उनके भतीजे और NCP नेता अजित पवार के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच आया है।
इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दिग्गज नेता शरद पवार ने अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है। उनके इस एलान के बाद सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि अब पार्टी की बागडोर किसके हाथ में जाएगी।शरद पवार देश के शीर्ष विपक्षी नेताओं में से एक हैं और महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार बनाने में इनकी अहम भूमिका रही थी।शरद पवार ने कहा कि वे एनसीपी का अध्यक्ष पद छोड़ देंगे। शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष का पद छोड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि मैं अध्यक्ष पद से रिटायरमेंट ले रहा हूं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, शरद पवार ने कांग्रेस छोड़कर 1999 में एनसीपी बनाई थी। 82 साल के मराठा क्षत्रप शरद पवार ने ये ऐलान ऐसे वक्त पर किया है, जब पिछले दिनों ही एनसीपी में फूट की खबरें सामने आई थीं।
शरद पवार ने कहा कि मैं एनसीपी के अध्यक्ष पद को छोड़ने का ऐलान करता हूं। अब आगे की जिम्मेदारी मेरे पास नहीं है। मेरे पास एमपी के रूप में तीन साल बाकी हैं। इस दौरान मेरी राज्य और केंद्र के मुद्दों पर नजर रहेगी। मैं साफ बता देना चाहता हूं कि मेरा संन्यास सार्वजनिक जीवन से नहीं है। पवार का ये बड़ा फैसला उनके भतीजे और NCP नेता अजित पवार के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच आया है। पवार ने कार्यकर्ताओं से कहा, ‘मेरे साथियों, भले ही मैं राष्ट्रपति पद से हट रहा हूं, लेकिन मैं सार्वजनिक जीवन से रिटायर नहीं हो रहा हूं। शरद पवार ने कहा, 1999 में एनसीपी के गठन के बाद से मुझे अध्यक्ष रहने का मौका मिला। आज इसे 24 साल हो गए हैं।