सोमवार को मनाया जा रहा शोक दिवस
केरल: मलप्पुरम जिले के तानुर इलाके में थूवलथीरम समुद्र तट के निकट रविवार शाम एक ‘हाउसबोट’ पलटने से महिलाओं और बच्चों समेत 22 से अधिक लोगों की की खबर है।हाउसबोट में 40 से अधिक लोग सवार थे। राज्य सरकार ने यह जानकारी दी। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपए की मुआवजा की घोषणा की है ।वही मुख्यमंत्री और कांग्रेसी नेता राहुल गांधी सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। वहीं राज्य सरकार ने घोषणा किया है कि सोमवार को शोक दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि रविवार को छुट्टी होने के कारण बहुत सारे लोग समुद्री तट पर समय बिताने आए थे। इस दौरान 40 से अधिक लोग एक नाव पर सवार होकर समुंद्र में घूमने के लिए निकले। उस दौरान नाव में क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इससे नाव पर सवार सभी लोग समुंदर के गहरे पानी में डूब गए। सूचना मिलते ही जिला और राज्य प्रशासन के द्वारा बचाव कार्य शुरू किया गया। जिसमें से 22 लोगों के शव को समुद्र से निकाला गया है।वहीं कुछ लोगों को गंभीर रूप से जख्मी हालत में निकाल कर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। समुंदर में दुर्घटनाग्रस्त नाव के अन्य यात्रियों की तलाश समुंद्र में की जा रही है।
राज्य सरकार ने एक बयान में बताया कि स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने हादसे के बाद स्थिति का आकलन करने के लिए एक आपात बैठक बुलायी है।बयान के मुताबिक जॉर्ज ने घायलों को बेहतरीन इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने मृतकों के शवों का पोस्टमॉर्टम तेजी से करने का आदेश दिया ताकि उन्हें यथाशीघ्र उनके परिजनों को सौंपा जा सके। पोस्टमॉर्टम त्रिशूर व कोझिकोड जिले के तिरुर, थिरुरंगडी, पेरिनथालमन्ना अस्पतालों और मनचेरी मेडिकॉल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम किया जाएग। स्वास्थ्य मंत्री ने सख्त निर्देश दिया है ।
खेल मंत्री वी अब्दुर्रमान ने प्रेस को बताया कि विभिन्न अस्पतालों से मिली सूचना के आधार पर हादसे में 20 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि चार लोगों को गंभीर हालत में यहां कोट्टाकल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।मंत्री ने बताया कि 20 में से 15 शव की शिनाख्त कर ली गयी है।उन्होंने कहा, ‘‘नौका को तट पर लाया जा रहा है तथा उसमें से और शव बरामद होने की आशंका है।’’
अब्दुर्रहमान ने बताया कि मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जो स्कूल की छुट्टियों के दौरान घूमने आए थे।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना में लोगों की मौत पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। प्रत्येक मृतक के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।’’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी हादसे में लोगों की मौत पर शोक जताया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘केरल के मलप्पुरम में एक हाउसबोट के डूबने की खबरों से व्यथित हूं। अपने प्रियजनों को गंवाने वाले लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बचाव अभियान में प्राधिकारियों की मदद करने की अपील करता हूं।’’
सुबह से पोस्टमॉर्टम शुरू
9 दुर्घटना में मृत लोगों के शव का सोमवार की सुबह पोस्टमार्टम प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस के बाहर बड़ी संख्या में फोर्स की तैनाती की गई है वही मृतक के परिजनों का भी जमावड़ा लगा हुआ है और पूरा माहौल गम मे डूबा है। लोगों के रोने से माहौल सलाह बन गया है।
इससे पहले पत्रकारों से बातचीत में अब्दुर्रमान ने कहा था, ‘‘और लोगों के नौका के नीचे फंसे होने की आशंका है तथा उन्हें बाहर निकाला जाना है। नौका पलट गयी थी। इसकी वजह अभी पता नहीं चली है। पुलिस इसकी जांच करेगी।’’वह पर्यटन मंत्री पी ए मोहम्मद रियास के साथ बचाव अभियान में समन्वय कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने एक बयान जारी कर हादसे में लोगों की मौत पर शोक जताया और मलप्पुरम के जिलाधिकारी को एक समन्वित आपात बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया।
बयान में कहा गया है कि दमकल और पुलिस दल, राजस्व तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और तानुर तथा तिरुर इलाकों के स्थानीय लोग बचाव अभियान में शामिल हैं।मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह भी बताया कि विजयन सोमवार को घटनास्थल का दौरा करेंगे।
बयान के अनुसार, सोमवार को शोक दिवस घोषित किया गया है और मृतकों को श्रद्धांजलि के रूप में सभी सरकारी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के विधायक पीके कुन्हालीकुट्टी ने बताया था कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचाव अभियान अभी जारी है।पूर्व मंत्री कुन्हालीकुट्टी ने कहा, ‘‘यह बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।’’
तानुर के निकट एक सरकारी अस्पताल में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि नौका के डूबने की वजह क्षमता से अधिक लोगों का उसपर सवार होना है।उन्होंने बताया कि नौका शाम छह बजे के बाद सवारी लेकर नहीं जाती है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इस मामले में नियम का उल्लंघन किया गया।
पुलिस के अनुसार यह हादसा शाम लगभग सात बजे हुआ।
पुलिस ने बताया कि जिन लोगों को पानी से बाहर निकाला गया है, उन्हें नजदीकी निजी तथा सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसे की वजहों की जानकारी अबतक नहीं मिली है।