नई दिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्रीज 16.3 लाख करोड़ रुपये के मूल्य के साथ देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है। इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) 11.8 लाख करोड़ रुपये और एचडीएफसी बैंक 9.4 लाख करोड़ रुपये के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। एक्सिस बैंक के बरगंडी प्राइवेट और हुरुन इंडिया ने भारत में 500 सबसे मूल्यवान निजी क्षेत्र की कंपनियों की दिसंबर 2022 में प्रकाशित सूची पर मंगलवार को एक अपडेट जारी किया।
एब्सोल्यूट वैल्यू के आधार पर, 30 अक्टूबर 2022 से 30 अप्रैल 2023 के दौरान छह महीने में एचडीएफसी बैंक, आईटीसी और आवास विकास वित्त निगम (एचडीएफसी) के मूल्य सबसे ज्यादा बढ़े।
समीक्षाधीन अवधि में चार सूचीबद्ध यूनिकॉर्न- नायका, जोमैटो, पेटीएम और पॉलिसीबाजार के मूल्य में 7,872 करोड़ रुपये की गिरावट आई है।
भारत की सबसे मूल्यवान असूचीबद्ध कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का मूल्य 13 प्रतिशत घटकर 1.92 लाख करोड़ रुपये रह गया।
जिंदल स्टेनलेस प्रतिशत वृद्धि के मामले में शीर्ष लाभार्थी के रूप में उभरा है, जिसमें 213 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है, इसके बाद 93 प्रतिशत की वृद्धि के साथ लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी रही।
अद्यतन 2022 बरगंडी प्राइवेट-हुरुन इंडिया 500-विशेष रिपोर्ट में क्रमश: 72 और 60 कंपनियों के साथ वित्तीय सेवाओं और हेल्थकेयर का सबसे बड़ा योगदान था। सूची की करीब आधी कंपनियां वित्तीय सेवा, हेल्थकेयर, केमिकल्स, कंज्यूमर गुड्स एंड सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज इंडस्ट्रीज क्षेत्र से हैं।
भारत में बरगंडी प्राइवेट और हुरुन इंडिया सूची की शीर्ष 500 कंपनियों का मूल्य 30 अक्टूबर 2022 को 227 लाख करोड़ रुपये था जो 30 अप्रैल 2023 को 6.4 प्रतिशत घटकर 212 लाख करोड़ रुपये रह गया।
समीक्षा अवधि के दौरान 287 कंपनियों के मूल्य में गिरावट आई जबकि 14 कंपनियों में कोई बदलाव नहीं हुआ। वहीं, 24 कंपनियां सूची से बाहर हो गईं।
शीर्ष 10 कंपनियों का कुल मूल्य 71.4 लाख करोड़ रुपये (874 अरब डॉलर) पर स्थिर बना हुआ है, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद के 37 प्रतिशत और सूची में शामिल सभी कंपनियों के मूल्य के 34 प्रतिशत के बराबर है। इनमें सात कंपनियों का मुख्यालय मुंबई में है।