राहुल गांधी जातीय हिंसा से ग्रस्त मणिपुर के लिए रवाना हो गए हैं। वह दो दिन की यात्रा पर वहां गए हैं और विभिन्न समूहों से बातचीत करेंगे। इनमें विस्थापित राहत शिविरों में रह रहे लोग और सिविल सोसाइटी के सदस्य शामिल हैं।
दो महीने से मणिपुर हिंसा की चपेट में है। वहां शांति प्रयासों की कई कोशिशें ज्यादा कारगर साबित नहीं हो सकी हैं। राहुल गांधी आज गुरुवार सुबह मणिपुर के अपने दो दिवसीय दौरे पर नई दिल्ली से रवाना हो गए।
अपने इस दौरे के दौरान कांग्रेस नेता पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा की वजह से विस्थापित हुए लोगों से राहत शिविरों में मुलाकात करने जाएंगे। साथ ही वहां पर कई सिविल सोसाइटी के लोगों से भी बातचीत करेंगे।
गांधी का हिंसाग्रस्त राज्य का यह पहला दौरा है। राहुल गांधी और कल मणिपुर में रहेंगे, इस दौरान वह कई राहत शिविरों का दौरा करेंगे। साथ में राजधानी इंफाल और चुराचांदपुर जिले में सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे।
राहुल गांधी की यात्रा से पहले कांग्रेस ने बताया – ‘इंफाल पहुंचने के बाद वह चुराचांदपुर जाएंगे, जहां वह राहत शिविरों का दौरा करेंगे। फिर वह विष्णुपुर जिले के मोइरांग में विस्थापित हुए लोगों से उनका हालचाल जानेंगे।’
राहुल शुक्रवार को इंफाल में रहेंगे और इस दौरान वह राहत शिविरों का दौरा करेंगे, फिर लोगों से बातचीत भी करेंगे। मणिपुर में इस साल मई के शुरुआती हफ्ते में जातीय संघर्ष के शुरू होने के बाद से 300 से अधिक कैंपों में करीब 50 हजार लोग रहने को मजबूर हैं।