*झारखंड एटीएस की टीम को बड़ी सफलता, हो रही पूछताछ
*10 टीमें बना कर कई जगहों पर पुलिस कर रही थी छापेमारी
अमन साव गिरोह का मुख्य गुर्गा बॉबी साव को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पतरातू में 18 जुलाई की रात एंटी टेररिस्ट स्कवायड के डीएसपी नीरज कुमार पर फायरिंग करने के बाद बॉबी साव अपनी पत्नी के साथ खूंटी भाग गया था। इस घटना में डीएसपी नीरज कुमार के पेट में गोली लगी थी। मेदिका अस्पताल के डॉक्टरों ने काफी मशक्कत के बाद घायल नीरज कुमार के पेट से गोली निकाली, फिलहाल वे खतरे से बाहर हैं। एटीएस टीम के साथ गैंगस्टर अमन साहू के गुर्गों के साथ मुठभेड़ मामले में झारखंड एटीएस को 24 घंटे के अंदर बड़ी सफलता मिली है। गिरफ्तार किये गये बॉबी साव के पास से विदेशी हथियार भी मिला है, पुलिस की टीम उससे पूछताछ कर रही है।
डीएसपी और सब इस्पेक्टर पर गोली चलाने के मामले के बाद सुर्खियों में आया बॉबी साव आखिरकार एटीएस के चंगुल में आ गया है। बॉबी की तालाश एटीएस की टीम काफी दिनों से थी। एटीएस को जानकारी मिली थी कि बॉबी के पास कई अत्याधुनिक हथियार है और वह बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के फिराक में था।
सोमवार (18 जुलाई) की रात करीब आठ बज कर 30 मिनट पर एटीएस और रामगढ़ पुलिस की टीम जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव गिरोह के अपराधियों को पकड़ने के लिए पतरातु इलाके गई हुई थी। जहां गिरोह के अपराधियों ने एटीएस और रामगढ़ पुलिस की टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। यह घटना पतरातू थाना क्षेत्र के डाड़ीडीह सरना उच्च विद्यालय के पास की है। पुलिस को देखते ही मोटरसाइकिल पर सवार बॉबी साव और उसके सहयोगियों ने गोलियां चलानी शूरू कर दी थी। इसी दौरान एटीएस डीएसपी नीरज कुमार और रामगढ़ के पतरातू थाना के एसआई सोनू साव को गोली लगी और वे दोनों घायल हो गये।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गोलीबारी की घटना के बाद पुलिस के लिए चुनौती बने बॉबी साव को पकड़ने के लिए एटीएस, सीआईडी और जिला पुलिस संयुक्त रूप से काम कर रहे थे। तीनों विंग को मिलाकर 10 टीम बनाई गई। सभी टीमों का लीडर इंस्पेक्टर अधिकारी को बनाया गया। इसमें रांची, रामगढ़ जिले की पुलिस अधिकारी शामिल थे। बॉबी की तलाश में 5 टीम हजारीबाग, रांची, चतरा, पलामू और खूंटी में बॉबी को तलाश रही थी। जेल में बंद अमन साव से भी पूछताछ की गयी।