नई दिल्ली: विपक्षी ‘भारत’ गठबंधन की ताकत के सामने मोदी सरकार और अधिक दबाव में रहने वाली है | ‘इंडिया अलायंस’ के सांसद मणिपुर मुद्दे पर सोमवार को सुबह 10:00 बजे संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे। गठबंधन को लीड करने वाली तृणमूल कांग्रेस के 21 जुलाई को शहीद दिवस कार्यक्रम के बाद सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा में लगभग सभी सांसद मौजूद रहेंगे | कांग्रेस के साथ-साथ बाकी दलों के सांसद भी सोमवार को संसद में हाजिर रहेंगे | अशांत मणिपुर के मुद्दे पर संसद में 276 या 176 किन नियमों पर चर्चा होगी, इसे लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तनातनी चल रही है | विपक्षी सांसदों ने “प्रधानमंत्री सदन में, आओ मणिपुर पर जवाब दो” बैनर के साथ साथ और भी बैनर और ‘इंडिया’ लिखी तख्तियां लेकर सोमवार प्रदर्शन करेंगे |
सामूहिक विपक्ष की मांग है कि चर्चा संसदीय नियम 267 के अनुसार होनी चाहिए | इस अधिनियम पर चर्चा करने का मतलब, बैठक के सभी कार्यों को लंबित रखें और सिर्फ मणिपुर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर असीमित समय तक चर्चा करें सरकार।
वहीं सरकार चाहते हैं कि नियम 176 के अनुसार होना चाहिए | इस अधिनियम में चर्चा होने का मतलब यानी ढाई घंटे की चर्चा, सीमित समय, जिसे विपक्ष मानने को तैयार नहीं है | उनके मुताबिक, सरकार जिस दिन चाहेगी इस नियम पर चर्चा हो सकती है, कोई बाध्यता नहीं है | इसलिए विपक्ष किसी भी तरह से सरकार की इस मांग को मानने को तैयार नहीं है | उनकी मांगे हैं कि सिर्फ अधिनियम 267 के अनुसार ही चर्चा हो सदन में और प्रधानमंत्री खुद मौजूद रहे |
इस बीच, तृणमूल सांसदों का “प्रधानमंत्री, सदन में आओ”, इस नारे में से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम उछाले जाने के बाद, मणिपुर मुद्दा राज्यसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया। इससे तृणमूल कांग्रेस राज्यसभा सभापति के ऊपर खफा हो गए हैं | राज्यसभा में तृणमूल नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने आरोप लगाया, “संसद में भी बोलने की आजादी नहीं है, मेरे भाषण का हिस्सा क्यों संसद की रिकॉर्ड से एक्स्पंज किया गया”| उन्होंने कहा की संसद भवन के बाहर नहीं, संसद के अंदर प्रधानमंत्री को मणिपुर मुद्दे पर आकर बोलना चाहिए | राज्यसभा में तृणमूल नेता व सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा, ” “मैंने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर जानना चाहा, मेरे भाषण का ये हिस्सा रिकॉर्ड से क्यों हटा दिया गया ? मैंने आपने भाषण में कोई असंसदीय बात नहीं कही”|
उधर, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी और पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर मुद्दे पर 32 सेकेंड तक बात की |लेकिन वह संसद के अंदर, चार सीढ़ियों के ऊपर पहुंचकर क्यों नहीं बोल रहे हैं? उनकी चुप्पी से मणिपुर जल रहा है, इसलिए कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह का इस्तीफा की मांग किया और राष्ट्रपति शासन की भी मांग की |