रांची के महिलौंग में समृद्धि टावर के नाम से सुनीता अडुकिया और संतोष जैन का नक्शा कैसे हुआ पास

Published Date: 25-08-2023

*आरआरडीए की तरफ से रीवाइज्ड वैलिडेटेड नक्शा 42 ऑफ 2015 को 14 सितंबर 2021 में किया गया पास

*344 अपार्टमेंट जिस जमीन पर बना है, उसका नामोनिशान रजिस्टर-2 और खतियान में नहीं

*344 अपार्टमेंट जिस जमीन पर बना है, उसका नामोनिशान रजिस्टर-2 और खतियान में नहीं

*58 करोड़ की योजना को राज्य स्तरीय पर्यावरण इंपैक्ट कमेटी ने भी दे रखी है मंजूरी

रांची : झारखंड की राजधानी में एक शानदार आवासीय कांपलेक्स महिलौंग के आरा गेट में बनाया गया है। यह अपार्टमेंट समृद्धि टावर के नाम से बना है। सबसे मजेदार बात यह है कि जिस जमीन पर यह अपार्टमेंट बनाया गया है, उसके प्लाट और खाता नंबर का जिक्र रांची के जिला गजट, महिलौंग के पंजी-2, ऑनलाइन खतियान, ऑनलाइन पंजी-2 में कहीं नहीं है। आखिर किसकी जमीन पर 53 करोड़ की लागत वाले समृद्धि टावर का निर्माण करा दिया गया। इसका नक्शा कैसे आरआरडीए के अधिकारियों, जूनियर इंजीनियर, टाउन प्लानर और अन्य ने कर दिया।
समृद्धि टावर का नक्शा रीवैलिडेटेड भवन प्लान 14.9.2021 को रांची क्षेत्रीय विकास प्राधिकार की तरफ से स्वीकृत किया गया है। भवन प्लान के लिए पास किये गये भवन प्लान की प्राप्ति में ऑनर के रूप में सुनीता अडुकिया, संतोष जैन और आर्किटेक्ट जिआ उर रहमान ने किया है। जानकारी के अनुसार यहां पर 344 अपार्टमेंट सात ब्लाक में बनाये गये हैं। कवर्ड पार्किंग 127 इसीएस और ओपेन पार्किंग 223 इसीएस दिखाया गया है। महिलौंग का आरा गेट राजधानी रांची के अलबर्ट एक्का चौक से 11 किलोमीटर की दूरी पर है। जिस प्लाट के नाम पर आरआरडीए की तरफ से भवन प्लान स्वीकृत किया गया है, उसका खाता नंबर 58, प्लाट नंबर 1608, खाता संख्या-08 का प्लाट संख्या 1823 और खाता संख्या 88 का प्लाट नंबर 182 है। भवन प्लान का नंबर 42 ऑफ 2015 है, यानी 2015 में इस प्रोजेक्ट का नक्शा आरआरडीए में आर्किटेक्ट जिया उर रहमान की तरफ से दिया गया था। इनका आर्किटेक्ट नंबर सीए-2010-40615 अंकित है। यह जमीन टाटीसिलवे थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। स्वीकृत भवन प्लान में लिखा गया है कि संतोष जैन (पुत्र मांगी लाल जैन) और सुनीता आडुकिया की तरफ से आवेदन दिया गया है। सबसे मजेदार बात यह है कि इस प्रोजेक्ट के लिए पर्यावरण संबंधी क्लीयरेंस भी राज्य स्तरीय पर्यावरण अंकेक्षण समिति की 96वीं बैठक में बिना कोई शर्तों के दे दी गयी। इसके अलावा फायर सेफ्टी का लाइसेंस भी 20 नवंबर 2015 को दे दिया गया। आठ मंजिले वाले इस अपार्टमेंट के एक-एक ब्लाक में कुल 14074.74 वर्ग फीट का निर्माण किया गया है। एक-एक ब्लाक आठ मंजिला ब्लाक है। जिसमें 15 सौ वर्ग फीट से ज्यादा का कारपेट एरिया एक-एक अपार्टमेंट में दिया गया है।
अब बात करें जमीन की। रांची जिला प्रशासन की तरफ से प्रकाशित जिला गजट में जिस खाता नंबर का जिक्र है, वह 265, 277, 281, 278 और 279 है। जिला गजट जो एक जनवरी 1976 को प्रकाशित किया गया है, उसमें खाता 08, खाता 88 और खाता 58 का जिक्र तक नहीं है। ऐसे में जिस जमीन में यह अपार्टमेंट अथवा समृद्धि टावर बनाया गया है, वह या तो सरकारी जमीन है अथवा गैर मजरूआ। लोकतंत्र 19 की टीम ने कंटीन्यूअस खतियान एमएस खतियान के आधार पर पता लगाने की कोशिश की, तो पाया कि खाता 88 में देवलाल लोहार, महादेव महतो, केदार लोहार, मोस्मात पंचम देवी, काशी नाथ महतो, राजेंद्र सिंह, प्रेमोदन महतो, गीता देवी, अवधेश प्रसाद, श्रवण महतो, शीला देवी, उतम कुमार महतो, रीना देवी, अखिलेश कुमार, दीन दयाल सिंह, दीन दयाल सिंह, सरस्वती देवी, सविता सिंह, मदन कुमार और अन्य का नाम दर्ज है। पर खाता 88 में जिस प्लाट का जिक्र समृद्धि अपार्टमेंट के लिए किया गया है वह खतियान में अंकित नहीं है। इसी तरह खाता-08 के रैयत के रूप में बुधू मुंडा का नाम है।

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