तेल अवीव :हमास आतंकवादी समूह ने इजराइली बंधकों के बदले में इजराइली जेलों में बंद 194 फिलिस्तीनियों की रिहाई की मांग की है। इजराइली विदेश मंत्रालय के सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि हमास की मांग विशेष रूप से इजराइली जेलों में बंद महिलाओं और बच्चों के लिए है। जानकार अधिकारियों ने कहा कि लेकिन इजराइली सरकार ने ऐसी किसी भी मांग को स्वीकार नहीं किया है।
सूत्रों के मुताबिक कतर के मध्यस्थों ने 7 अक्टूबर को इजराइल से अगवा किए गए 50 बंधकों को रिहा करने का सुझाव रखा है। लेकिन इजराइल इस पर सहमत नहीं हुआ है।
इजराइली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस घटनाक्रम को खारिज कर दिया और कहा कि यह सिर्फ अफवाहें हैं और संभावित कैदी अदला-बदली पर कोई चर्चा नहीं हुई है।
इस बीच, रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने गुरुवार को कहा कि हमास के लिए 7 अक्टूबर के हमले के बाद बंधक बनाए गए बंधकों को रिहा करने का एकमात्र तरीका आतंकवादी समूह पर अधिक सैन्य दबाव डालना है। इज़राइली अधिकारियों के अनुसार, गाजा में 238 लोगों को बंदी बनाकर रखा गया है, इनमें इज़रायली और विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि बंधकों में से लगभग 30 बच्चे हैं। युद्ध शुरू होने के बाद से, हमास ने चार नागरिक बंधकों को रिहा कर दिया है, जबकि एक महिला सैनिक को इजराइली बलों ने बचाया था। मंगलवार को इज़राइली सूत्रों ने पुष्टि की कि हमास द्वारा पकड़ा गया एक सैनिक मारा गया है। आतंकवादी समूह ने दावा किया कि वह गाजा में चल रहे इजराइली हवाई हमलों में मारे गए 57 बंधकों में से एक है।