नई दिल्ली:* भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, और राजस्थान में हासिल की शानदार जीतों के बाद नए नेतृत्व की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इन तीन राज्यों में बीजेपी ने नए चेहरों को मुख्यमंत्री चुना है, जिनमें आदिवासी, यादव, और ब्राह्मण समाहित हैं।*
विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री चुना गया है, जो आदिवासी जनजाति से हैं। मध्य प्रदेश में मोहन यादव को, जो यादव समाज से हैं, और राजस्थान में भजन लाल शर्मा को, जो ब्राह्मण वर्ग से हैं, मुख्यमंत्री बनाया गया है। यह सिद्ध करता है कि बीजेपी ने नए चेहरों को मुख्यमंत्री बनाकर सोच व प्रयास को महत्वपूर्ण माना है।
जातिवाद के खिलाफ संकेत: इस चयन के माध्यम से बीजेपी ने जातिवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता को दिखाया है और सामाजिक समरसता की दिशा में एक सकारात्मक संकेत भी भेजा है। इससे साबित हो रहा है कि बीजेपी नए इरादे और उद्देश्यों के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार है और जातिवाद को मिटाने का संकल्प रखती है।*
युवा और अनुभवी चेहरे का चयन: बीजेपी ने नए मुख्यमंत्रियों को युवा और अनुभवी चेहरों का दांवा करते हुए प्रदेशों को एक ऊर्जावान और सकारात्मक दिशा में ले जाने का प्रयास किया है। इससे साबित हो रहा है कि बीजेपी नए इरादे और उद्देश्यों के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार है और जनता को विकास में सहयोग करने के लिए युवा और प्रोफ़ेशनल क्षमताओं का सही मिशन चयन किया है।*
चेहरों का चयन :सीएम और डिप्टी सीएम के चयन में जातिवाद के खिलाफ एक और स्पष्ट संकेत है, जिससे समाज में समाहिति का एक नया पर्व आरंभ हो सकता है। बीजेपी ने वर्गीकरण के बजाय क्षमता और योगदान के आधार पर चेहरों का चयन किया है।
युवा और अनुभवी चेहरे: बीजेपी ने नए मुख्यमंत्रियों को युवा और अनुभवी चेहरों का दांवा करते हुए, पार्टी को एक नया और ऊर्जावान रूप देने का भी एक प्रयास किया है। यह साबित करता है कि पार्टी नए इरादे और उद्देश्यों के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार है।*
नए नेतृत्व का स्वागत: समाज में एक नए नेतृत्व का स्वागत करते हुए, बीजेपी ने विभिन्न वर्गों के बीच समन्वय और एकता की दिशा में एक मजबूत संकेत दिया है। यह नायिका और रुग्णक सेवा में उनके योगदान के लिए जानी जाने वाली डॉ. सोनल मानसिंग को भी उन्होंने सेहत सेवा मंत्री के रूप में चुना है, जो एक और उदाहरण है कि पार्टी ने योगदान और क्षमता के माध्यम से चयन किया है।*