संसद सुरक्षा चूक मामले में आरोपियों के खिलाफ 120 बी और UAPA के तहत मामला दर्ज

*चारों आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा, रात भर चली इनसे पूछताछ *नीमराना में छठे घुसपैठिए को पकड़ने पहुंची स्पेशल सेल की टीम, फरार हुआ आरोपी

संसद की सुरक्षा में चूक मामले में दिल्ली पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है | इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है | छठे और फरार चल रहे आरोपी की पहचान ललित झा के तौर पर हुई है | फरार आरोपी ललित की लोकेशन राजस्थान के नीमराना में मिली | दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम जब नीमराना के गंडाला गांव पहुची, तो पुलिस को आता देख ललित वहां से फरार हो गया | स्पेशल सेल की 2 टीमें सिर्फ ललित की तलाश में जुटी हुई हैं |

दिल्ली पुलिस ने संसद की सुरक्षा में सेंधमारी के लिए सागर शर्मा (26), मनोरंजन डी (34), अमोल शिंदे (25) और नीलम (42) को हिरासत में ले लिया | पुलिस ने पांचवें व्यक्ति को भी हिरासत में ले लिया है | दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत केस भी दर्ज कर लिया है | फिलहाल गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है और छठे आरोपी ललित झा की तलाश जारी है | पूछताछ के दौरान कई अहम सुराग हासिल हुए हैं |

कैसे बनाया संसद में सेंधमारी का प्लान ? 

पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि संसद में सेंधमारी करने वाले सभी आरोपी सोशल मीडिया पेज ‘भगत सिंह फैन क्लब’ से जुड़े हुए थे | आरोपियों ने तकरीबन डेढ़ साल पहले कर्नाटक के मैसूर में मुलाकात की थी | नौ महीने बाद सभी एक बार फिर से मिले और तभी संसद में घुसपैठ का प्लान बनाया गया था | मार्च में बजट सत्र के दौरान बेंगलुरू से मनोरंजन आया और उसने विजिटर्स पास लेकर संसद भवन की पूरी रेकी की थी |

इस साल जुलाई में सागर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से आया, लेकिन संसद भवन के अंदर नहीं जा पाया था | यही वजह थी कि उसने बाहर से रेकी की | रेकी के दौरान मनोरंजन को ये पता चला की कहां जूते की जांच ठीक से नहीं होती है | 10 दिसंबर को एक-एक कर सभी आरोपी अपने-अपने राज्य से दिल्ली पहुंचे, मनोरंजन फ्लाइट से दिल्ली आया था | सभी लोग 10 तारीख की रात गुरुग्राम में विक्की के घर पहुंचे थे | देर रात ललित झा भी गुरुग्राम पहुंच गया था | 

अमोल महाराष्ट्र से कलर वाला पटाखा लेकर आया था | 13 दिसंबर को सुबह लगभग 9 बजे महादेव रोड से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के पीए से विजिटर्स पास कलेक्ट किया गया | इसके बाद सभी आरोपी इंडिया गेट पर मिले, जहां सभी को कलर वाला कैंडल बांटा गया | दोपहर 12 बजे दोनों आरोपी संसद भवन के अंदर दाखिल हुए | ललित झा बाहर हंगामे का वीडियो बना रहा था, वह मामला बढ़ता देख सभी के मोबाइल फोन लेकर भाग गया |

13 दिसंबर को सुरक्षा चूक की घटना के बाद संसद में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मकर द्वार से केवल सांसदों को ही संसद भवन में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है और भवन में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों के जूते उतरवाकर भी उनकी गहन जांच की जा रही है।

संसद भवन सुरक्षा चूक मामले में संसद भवन सुरक्षा स्टाफ के आठ कर्मियों को सस्पेंड किया गया | सस्पेंड किया गया सुरक्षा कर्मियों के नाम रामपाल, अरविंद, वीरदास, गणेश, अनिल, प्रदीप, विमित और नरेंद्र है |

कल की सुरक्षा चूक की घटना पर लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “कल जो घटना हुई, उसकी सबने निंदा की है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है…आपने(लोकसभा अध्यक्ष)घटना के जांच के आदेश दिए हैं। हम सभी सांसदों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है…इस प्रकार से संसद में अराजक स्थिति पैदा करना उचित नहीं है।”

“देश समझ गया कि चीनी सेना कैसे घुसी…”: संसद सुरक्षा उल्लंघन पर संजय राउत बोले |

बुधवार को संसद में उल्लंघन से उत्पन्न सुरक्षा रजिस्टर पर सवाल उठाते हुए, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि अगर संसद में कोई चूक हो सकती है तो कोई देश की सीमाओं पर स्थिति को समझ सकता है।

उन्होंने कहा, “अगर संसद भवन में सुरक्षा उल्लंघन हो सकता है तो आप देश की सीमाओं पर स्थिति को समझ सकते हैं। देश को कल समझ आ गया होगा कि चीन की सेना लद्दाख में कैसे घुसी…पाकिस्तान से घुसपैठिए कश्मीर में कैसे घुसे और आतंकवादी कैसे आए” |

उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह और पीएम मोदी से जवाब मांगते हुए कहा, “हमारे संसद भवन में सुरक्षा के सबसे मजबूत इंतजाम हैं, लेकिन कुछ लोग सदन में घुस आए और हंगामा कर दिया। पीएम और गृह मंत्री चुप हैं, वे चुनाव प्रचार में व्यस्त थे।” एक महीने के लिए।”

दिल्ली पुलिस ने अब तक कुल छह आरोपियों को पकड़ा है और उन पर संसद की सुरक्षा का उल्लंघन करने और लोकसभा कक्ष में प्रवेश करने के लिए कड़े आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोप लगाए गए हैं। इस घटना में दो लोगों को दर्शक दीर्घा से कूदते हुए और लोकसभा कक्ष में बेंचों पर छलांग लगाते हुए देखा गया, जिससे संसद पर 2001 के घातक आतंकवादी हमले की 22वीं बरसी पर एक बड़ा डर पैदा हो गया। आरोपियों ने पीला धुआं छोड़ने वाले गैस कनस्तर भी खोले।

सांसदों को तेजी से आरोपियों की ओर दौड़ते और उन्हें पकड़ते देखा जा सकता है। एक वीडियो में नेताओं को आरोपियों को पकड़ते और उन पर थप्पड़ और घूंसे बरसाते हुए दिखाया गया है।

पुलिस ने तेजी से जवाब दिया और जल्द ही चार लोगों को पकड़ लिया गया – दो संसद के अंदर से और दो संसद के बाहर से। इस मामले में गृह मंत्रालय द्वारा जांच के आदेश भी दिए गए हैं क्योंकि विपक्ष ने सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं और सत्तारूढ़ सरकार से जवाब मांगा है।

अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा उल्लंघन के संबंध में कड़े गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामला आपराधिक साजिश, अतिक्रमण, जानबूझकर उकसावे देने, दंगा भड़काने के इरादे से, लोक सेवक के सार्वजनिक कार्यों में बाधा डालने और लोक सेवक को रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल से संबंधित भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। अपने कर्तव्य के निर्वहन से आरोपियों के खिलाफ यूएपीए की धारा 16 और 18 भी लगाई गई है |

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