पुलिस के दबाव में में घुसपैठ का मास्टरमाइंड, ललित झा ने थाना में किया आत्मसमर्पण , पूछताछ में लगी पुलिस
नई दिल्ली: आखिरकार संसद में घुसपैठ के मुख्य आरोपी ललित झा पुलिस ने दिल्ली से पकड़ लिया है।
उसने पुलिस कार्रवाई के दबाव में आकर दिल्ली के एक थाना में आत्मसमर्पण कर दिया है। उसने पुलिस को बताया है कि संसद में हंगामा के दौरान गिरफ्तार चारों आरोपी का मोबाइल फोन जला दिए हैं।वह समाचार के माध्यम से पुलिस कार्रवाई का अपडेट ले रहा था।
ललित झा तक फरार चल रहा था और उसे मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।इससे पहले ज्ञात 6 आरोपियों में से 5 को पहले ही पुलिस अरेस्ट कर चुकी है।ललित झा भी घटना के समय संसद के आसपास ही मौजूद था लेकिन जब हंगामा मचा तो वह भाग निकला था। उसकी लोकेशन लगातार बदल रही थी।उसकी आखिरी लोकेशन राजस्थान बताई गई थी और उसका कोलकाता कनेक्शन भी सामने आया था।लेकिन पुलिस ने उसे दिल्ली से दबोच लिया है।यह घटना बुधवार को दोपहर करीब एक बजे हुई थी और उसे महज 34 घंटे के अंदर पकड़ लिया गया है। बताया जा रहा है कि उसे दिल्ली के कर्तव्यपथ थाने के पास से पकड़ा गया है।ऐसा भी संभव है कि उसने सरेंडर किया हो।
गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी जारी थी
दरअसल, आरोपी ललित की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी जारी थी। दिल्ली पुलिस की एक टीम राजस्थान में छापेमारी कर रही थी और राजस्थान के नागौर के पास पुलिस की छापेमारी में सामने आया था कि आरोपी ललित ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया है।यहीं पर ललित की आखिरी लोकेशन सामने आई थी। वह इंटरनेट भी यूज नहीं कर रहा था। ललित झा के ही कहने पर स्मोक कलर अटैक के लिए 13 दिसंबर की तारीख तय हुई थी।फिर ललित झा ने सभी आरोपियों को गुरुग्राम में मीटिंग के लिए बुलाया था, ललित झा ने ही कलर अटैक का वीडियो मोबाइल में शूट कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया था।
कौन है पांचवां आरोपी ललित झा?
इससे पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नीलम, मनोरंजन, सागर और अमोल शिंदे शामिल हैं।जबकि पांचवां आरोपी ललित झा फरार था। कोलकाता में ललित झा का एक और ठिकाना सामने आया था।वह अपने पिता के माध्यम से ही सेंट्रल कोलकाता के गिरीश पार्क में एक घर में रहता था। पिता पंडित हैं, यहीं पर एक कमरे में बीच-बीच में ललित और उसका भाई रहते थे।कोविड के बाद रहना उसने यहां रहना बंद कर दिया था क्योंकि घर के मालिक ने उन्हें घर से जाने को कह दिया था।