*116 नए मरीजों की हुई पहचान, झारखंड में टेस्ट की गति धीमी
नई दिल्ली:”एक बार फिर कोरोना से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है।
में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है, वहीं देश के अनेक राज्यों में कोरोना की जांच नहीं की जा रही। जहां जांच हो रहा है वहां बहुत धीमी गति से जांच हो रहा,जो घातक है।इन राज्यों में झारखंड भी शामिल है।
देश में बीते 24 घंटे कोरोना से तीन संक्रमित मरीजों की मौत हो गई।इस दौरान कुल 116 नए मरीजों की पहचान हुई है। अब देश में कुल एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 4,170 हो गई है। बीते 24 घंटे में कुल 293 लोग ठीक भी हुए हैं”
देशभर में कोरोना के नए मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।बीते 24 घंटे कोरोना से तीन संक्रमित मरीजों की मौत हो गई।इस दौरान कुल 116 नए मरीजों की पहचान हुई है।अब देश में कुल एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 4,170 हो गई है। इस बीच कई लोगों की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते 24 घंटे में कुल 293 संक्रमित हुए मरीज ठीक हुए हैं।हालांकि इस दौरान कोरोना के सब वैरिएंट JN.1 का कोई मरीज मिला है या नहीं, इसकी जानकारी नहीं है।25 दिसंबर के आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस समय सब वैरिएंट JN.1 के 66 मरीज हैं। इनमें सबसे अधिक मामले प्रसिद्ध पर्यटक स्थल गोवा से आए हैं, जहां इस वैरिएंट के 34 मरीज मिले हैं।
रविवार को आए थे 656 नए केस…
गोवा के बाद महाराष्ट्र से 9, कर्नाटक से 8, केरल से 6, तमिलनाडु से 4 और तेलंगाना से 2 मामले सामने आए हैं. कोरोना का यह नया सब-वैरिएंट JN.1 भारत में तेजी से फैल रहा है। देश में इस समय कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 4,170 पहुंच गई है।रविवार को कोरोना 656 नए मामले सामने आए थे।
कोविड का ग्राफ देश के अलग- अलग राज्यों में बढ़ रहा है।कुल एक्टिव केस 4 हजार से ज्यादा हो चुके है। राज्यों में सैंपल टेस्टिंग बढ़ाई गई है जबकि झारखंड में रोजाना 100 सैंपल की जांच भी नहीं हो रही है।राजधानी रांची के सदर अस्पताल में रोजाना मात्र 5 से 6 लोगों का कोरोना जांच हो रहा है।
सोमवार को सिर्फ चार सैंपल की जांच की गई।जबकि स्थिति यह है कि राजधानी में करीब 40 हजार जांच कीट स्टॉक में पड़े है।यह रैपिड एंटीजन किट है, जिन्हें राज्य के सभी जिलों में भेजना है 28 फरवरी को यह एक्सपायर हो जाएंगे। लेकिन किट इस्तेमाल की सूचना सदर अस्पताल प्रबंधन ने अब तक स्टेट को नहीं दी है अब फरवरी तक इन्हें खपाने की कोशिश है।