नई दिल्ली : देशभर में नए व्हिकल एक्ट के खिलाफ ड्राइवरों की हड़ताल के परिणामस्वरूप परिवहन व्यवस्था में असुरक्षा बढ़ रही है। वाहन चालकों की हड़ताल से पेट्रोल पंपों में लोगों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं, और सब्जियों की कीमतें भी बढ़ रही हैं।
हड़ताल का प्रभाव सबसे बड़े थोक सब्ज़ी बाज़ार में: प्रदेश के सबसे बड़े थोक सब्ज़ी बाज़ार में हड़ताल का असर दिखाई दे रहा है, जिससे अलग-अलग जगहों से आने वाले सब्ज़ियों का आवक कम हो रहा है और उनके दाम तीगुने हो गए हैं।
पेट्रोल पंपों में लगी भारी भीड़: राजधानी रायपुर, बलौदाबाजार और अन्य शहरों के पेट्रोल पंपों में लोग डिब्बे में पेट्रोल ले जा रहे हैं, ताकि यदि हड़ताल लंबी चले तो उन्हें परेशानी न उठानी पड़े। ड्राइवरों की हड़ताल से आम जनता परेशान हो रही है।
सरकार के निर्देश: खाद्य विभाग ने सभी कलेक्टरों को पेट्रोल, डीजल, और घरेलू एलपीजी की सुरक्षित आपूर्ति के लिए निर्देश दिए हैं, ताकि जनता को किसी भी रूप में असुविधा न हो।
अत्यंतता के लिए सतत निगरानी: सरकार ने पेट्रोलियम और डीजल डिपो तथा एलपीजी डिपो में वाहनों के प्रवेश और निकासी में हडतालियों द्वारा किसी भी प्रकार का व्यवधान न होने के लिए राजस्व पुलिस और खाद्य विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया है।
सुगमता की सतत निगरानी: जिला स्तरीय निगरानी दल का गठन करके पेट्रोल, डीजल, और घरेलू एलपीजी की सुगमता से उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।