मध्य प्रदेश: शाजापुर में ट्रक ड्राइवरों को ‘औकात’ दिखाने वाले कलेक्टर किशोर सान्याल पर गाज गिरी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सान्याल को शाजापुर से हटा दिया है।मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि यह सरकार गरीबों की सरकार है।सबके काम का सम्मान होना चाहिए और भाव का भी सम्मान होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। हम लगातार गरीबों की सेवा कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि मनुष्यता के नाते ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं। मैं खुद मजदूर परिवार का बेटा हूं।इस तरह की भाषा बोलना उचित नहीं है।अधिकारी भाषा और व्यवहार का ध्यान रखें।
गौरतलब है कि 2 जनवरी को शाजापुर कलेक्टर किशोर सान्याल ने ट्रक ड्राइवरों के साथ बैठक की थी। बैठक में वे बातचीत करते-करते गुस्से में आ गए। उन्होंने आपा खो दिया और एक ट्रक ड्राइवर से कहा, ‘क्या करोगे तुम? क्या औकात है तुम्हारी?. इस पर ड्राइवर ने कहा कि यही कारण है कि वे इसके लिए लड़ रहे हैं कि उनकी कोई औकात नहीं है।दरअसल, केंद्र सरकार के ‘हिट एंड रन’ को लेकर नए कानून के विरोध में ड्राइवर हड़ताल पर हैं। इन्हीं हड़ताली ड्राइवरों से बात करने के लिए कलेक्टर कार्यालय में बैठक रखी गई थी। इसमें कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल, एसपी यशपाल राजपूत सहित तमाम आला अधिकारी मौजूद थे।इस मामले को लेकर कलेक्टर किशोर सान्याल की सफाई भी सामने आ गई है। कलेक्टर किशोर कन्याल ने कहा, ‘बैठक उन्हें (ट्रक ड्राइवरों को) लोकतांत्रिक तरीके से अपने मुद्दे उठाने को कहने के लिए आयोजित की गई थी, लेकिन उनमें से एक अन्य लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहा था और आंदोलन तेज करने की धमकी दे रहा था, जिसके कारण मैंने इन शब्दों का इस्तेमाल किया।अगर मेरी बातों से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।’ जिस वक्त कलेक्टर ने यह बात कही उस वक्त करीब 250 ट्रक और बस मालिक बैठक में थे।