अमेरिका: अमेरिका और ब्रिटेन ने लाल सागर में हूती विद्रोहियों के खिलाफ व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाते हुए यमन में हवाई हमला किया है। इस हमले में हूती विद्रोहियों को बड़ा नुकसान हुआ है और उनके कई ठिकाने तबाह हो गए हैं। अमेरिका और ब्रिटेन के साथी देशों के साथ ‘ऑपरेशन प्रोसपैरिटी गार्जियन’ शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य व्यापारिक जहाजों को हूती विद्रोहियों के हमलों से बचाना है।
व्हाइट हाउस ने जारी बयान में कहा है कि इस हमले का उद्देश्य विद्रोहियों को चेतावनी देना और अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यह समय के साथ पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ा सकता है और वैश्विक सप्लाई चेन पर भी असर डाल सकता है।
लाल सागर में हूती विद्रोहियों द्वारा किए जाने वाले हमलों के चलते व्यापारिक गतिविधियों में कमी हो रही है, जिससे दुनिया में महंगाई बढ़ने की आशंका है। इसके परिणामस्वरूप, अमेरिका ने और उसके साथी देशों ने यमन में व्यापारिक जहाजों की सुरक्षा के लिए साजग रहने का ऐलान किया है।
*यह हमला आंतरराष्ट्रीय समाचार में बड़ा मुद्दा बन चुका है और दुनिया भर में तनाव को बढ़ा सकता है। इस पर विभिन्न राष्ट्रों और आंतरदृष्टि विशेषज्ञों की राय सुनी जा रही है।इस हमले के बाद हमारे और आप के घेरों पर पड़ेगा। हमले सामानों के मूल्यों में वृद्धि होना तय है। वहीं हूती आतंकवादियों ने भी जवाबी हमले की धमकी दी है। वहीं रुस ने इस हमले की निंदा की है।कूल मिलाकर अभी युद्ध और भड़केगा