एक सप्ताह पहले छापेमारी के बाद हथियार सौंपे थे ईडी ने पुलिस को, सात दिन लग जांच करने में
यमुनानगर : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी में इनेलो के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के फार्म हाउस मिले हथियार लाइसेंसी है। पुलिस ने डीसी आफिस से इस बारे में रिपोर्ट ली है। इनमें तीन हथियार के लाइसेंस मिले है। दो ऐसे हथियार है। जिनको लाइसेंस की जरूरत नहीं होती है। ईडी ने पिछले शुक्रवार को इन विदेशी हथियारों को जांच के लिए प्रतापनगर नगर थाना पुलिस को सौंप दिया था। प्रतापनगर थाना प्रभारी जसबीर सिंह का कहना है कि पूर्व विधायक के फार्म से मिले हथियारों की जांच पूरी हो गई। तीन हथियारों के लाइसेंस मिले हैं। दो हथियार माडल है। इनके लाइसेंस की जरूरत नहीं होती । अब इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए डीए से राय ली जाएगी।
यहां पर की थी छापेमारी – चार जनवरी को ईडी ने प्रदेश के जिला करनाल के भाजपा नेता मनोज वधवा, यमुनानगर में पूर्व विधायक दिलबाग सिंह व करीबी कारोबारियों पर, सोनीपत में कांग्रेस के विधायक सुरेंद्र पंवार और सुरेश त्यागी समेत 20 स्थानों पर फर्जी ई रवाना व अवैध खनन के कारण छापेमारी की थी। सबसे ज्यादा लंबी छापेमारी इनेलो के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के निवास पर चली। उसके बाद ईडी ने फर्जी ई-रवाना, अवैध खनन और मनी मनी लांड्रिंग के आरोप में पूर्व विधायक व करीबी खनन कारोबारी कुलविंद्र सिंह को गिरफ्तार कर ले गई थी। दोनों ईडी के रिमांड पर चल रहे हैं। इस छापे में ईडी ने सवा पांच करोड़ व एक करोड़ 89 लाख का सोना, देश व विदेश की संपत्ति के दस्तावेज, पांच विदेशी हथियार, 138 शराब व 294 गोलियां बरामद का दावा किया था। किसके यहां से कितनी रकम मिली। यह स्पष्ट नहीं किया था। पूर्व विधायक के फार्म हाउस से मिले विदेशी हथियार व शराब मिलने पर प्रतापनगर थाने में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज हुआ था। सूत्रों के मुताबिक एक लाइसेंस दिलबाग सिंह व दूसरा उसके भाई और तीसरा उनके दोस्त के नाम है। वहीं ईडी की छापेमारी खत्म होने के बाद पूर्व विधायक के भाई राजिंद्र सिंह उर्फ राज्जा ने प्रेसवार्ता कर हथियार लाइसेंस होने का दावा किया था। साथ ही इस कार्रवाई के पीछे राजनैतिक रंजिश बताई थी।