इस्लामाबाद : ईरान ने पाकिस्तान के जैश अल मुखाबरा स्थलों पर सर्जिकल हमला किया है, जिसके परिणामस्वरूप बलूचिस्तान प्रांत में भारी तबाही हो गई है। हमले में 2 लोगों की मौत हो गई है और 6 लोग घायल हो गए हैं।
आत्मघाती ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके किए गए हमले के बाद पाकिस्तान ने ख़बरों के मुताबिक कड़ा विरोध जताया है। ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्ला खुमेयनी के आदेश के अनुसार इस हमले को ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने किया है।
हमले के वक्त पाकिस्तान और ईरान के प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति स्विट्जरलैंड में बैठक में थे, लेकिन पाकिस्तान को इस हमले की जानकारी नहीं थी।
पाक-ईरान संबंधों में तनाव बढ़ने के बाद पाकिस्तानी राजदूत ने विरोध जताया है और इसे स्वाई सीमा का उल्लंघन माना है। ईरान ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब देकर अपने आत्मघाती ड्रोन और मिसाइलों से पहाड़ों में हमला किया है, जिससे कई घरों में नुकसान हुआ है।
यह घटना उस समय हुई जब भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रहीसी की मुलाकात हुई थी, जिसके बाद एक दिन में यह हमला हुआ।