यूपी: 500 साल के इंतजार के बाद भगवान श्रीराम अपने दिव्य मंदिर में विराजित हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। इसी के साथ करीब 25 पीढ़ियों का इंतजार खत्म हुआ।इस मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि शायद दुनिया में पहला ऐसा अनूठा मामला है, जिसमें किसी राष्ट्र के बहुसंख्यक समाज ने अपने ही देश में, अपने आराध्य की जन्मस्थली पर मंदिर निर्माण के लिए इतने साल और इतने स्तरों पर लड़ाई लड़ी हो।आज इस बात से आत्मा प्रफुल्लित है कि मंदिर वहीं बना है जहां बनाने का संकल्प लिया था।
गोलियों से नहीं गड़गड़ाएंगी अयोध्या की गलियां
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निश्चिंत रहिए, अब कोई अयोध्या की परिक्रमा में कोई बाधा नहीं बन पाएगा।अयोध्या की गलियों में गोलियों की गड़गड़ाहट नहीं होगी।कर्फ्यू नहीं लगेगा। अब दीपोत्सव होगा। रामोत्सव होगा क्योंकि अयोध्या में रामलला का विराजना राम राज्य की स्थापना की उद्घोषणा भी है।
श्रीराम के आदर्शों पर चला भारतीय समाज
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ऐसा लग रहा है हम अब त्रेतायुग में प्रवेश कर गए हैं।अयोध्या को धरती का वैकुंठ कहा गया है।वो सदियों तक उपेक्षित रही। तिरस्कार झेलती रही।लेकिन राम का जीवन संयम की शिक्षा देता है और भारतीय समाज ने संयम बनाए रखा। और देखिए आज पूरी दुनिया अयोध्या के वैभव को निहार रही है।
मंदिर के लिए प्राणों की आहुति देने वालों को नमन
आज वो शुभ अवसर आ गया, जब कोटि-कोटि आस्था वानों के त्याग को पूर्णता मिली। आज आत्मा प्रफुल्लित हैं कि आज मंदिर वहीं बना है। रोम रोम में राम रमें हैं।पूरा राष्ट्र राममय हो गया है।संकल्प की पूर्णता के लिए पीएम का आभार और अभिनंदन है। आज उनकी आत्मा को संतोष और आनंद हो रहा होगा जिन्होंने अपनी आहूति दी, उनकी पावन स्मृतियों को कोटि कोटि नमन।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये भी कहा कि प्रभु रामलला के भव्य, दिव्य और नव्य धाम में विराजने की आप सभी को कोटि-कोटि बधाई। मन भावुक है।निश्चित रूप से आप सब भी ऐसा महसूस कर रहे होंगे।
आज इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत का हर नगर, हर ग्राम अयोध्या धाम है। हर मन में राम नाम है।हर आंख हर्ष और संतोष के आंसू से भीगी है।हर जुबान राम नाम जप रही है।