नई दिल्ली : भारत में अश्लील सामग्री की लोकप्रियता में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिसका मुख्य कारण यह है कि ऐसी सामग्री में तड़का डालने से लोगों का ध्यान आकर्षित होता है। यह चर्चित है कि इसमें व्यापक आकर्षकता होती है और लोग इसे अधिकतम देखना पसंद करते हैं।
नैतिक मूल्यों की छूट और सामाजिक परिणाम
इस तेजी से बढ़ते आकर्षण के कारण, ऐसी सामग्री में समाज के नैतिक मूल्यों को छूने का भी आंश हो सकता है। यह समाज में नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है और लोगों को नुकसान हो सकता है।
सामाजिक मीडिया और वेबसाइट्स का योगदान
सामाजिक मीडिया और वेबसाइट्स के एक्सप्लोजन के साथ, इस प्रकार की सामग्री का पहुंचना और उसकी प्रचार-प्रसार में वृद्धि हुई है। यहाँ तक कि अश्लील वेबसाइट्स पर भारत से आने वाला ट्रैफिक भी भयानक है, जिससे यह साबित हो रहा है कि लोग इस प्रकार की सामग्री को पसंद कर रहे हैं।
मीडिया संस्थानों का रोल और उनके बदलते दृष्टिकोण
सामाजिक मीडिया और मीडिया संस्थान भी इस तेजी से बढ़ते आकर्षण का हिस्सा बन रहे हैं, जिन्हें उच्चतम दर्जे की प्रतिक्रिया मिल रही है। इस संदर्भ में, नैतिकता और सामाजिक परिणामों को ध्यान में रखते हुए उन्हें अपने दृष्टिकोण को बदलने की आवश्यकता है ताकि वे समाज को सुधारने में सहायक हो सकें।
नई रूपरेखा की आवश्यकता
ज्ञानवर्धक और सामाजिक चीजों को बढ़ावा देने के लिए, नई रूपरेखा की आवश्यकता है ताकि लोगों को विशेषज्ञता और मनोरंजन के संतुलन में एक सही माध्यम मिले। इससे उच्चतम दर्जे की मानकों का अनुसरण होगा और समाज में नैतिकता और ज्ञान का उत्थान हो सकेगा।