*राज्यपाल से मिलकर बोले चंपई सोरेन ने कहा हमने फिर पेश किया दावा, शपथ ग्रहण का समय नहीं दे रहे गर्वनर
झारखंड: राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने विधायक दल के नए चुने गए नेता चंपई सोरेन से मुलाकात की।इस दौरान आलमगीर आलम, प्रदीप यादव, सत्यानंद भोक्ता और विनोद सिंह मौजूद रहे।राज्यपाल ने ही इन पांच नेताओं को मिलने का वक्त दिया था।
चंपई सोरेन ने कहा, हमें सरकार बनाने के लिए बहुमत का दावा किए हुए 22 घंटे हो गए हैं।राज्यपाल ने कहा कि जल्द ही निर्णय लेंगे।बता दें कि चंपई सोरेन ने राज्यपाल को वो वीडियो भी दिखाया जिसमें हमारे 43 विधायक दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार झारखंड में इंडिया गठबंधन के नेता चंपई सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया है। राजभवन में आयोजित मुलाकात में चंपई सोरेन के साथ चार अन्य विधायक भी शामिल थे। राज्यपाल ने विचार कर जल्दी बुलाने का आश्वासन दिया है, जबकि चंपई सोरेन ने बताया कि अभी तक समय नहीं दिया गया है।
महत्वपूर्ण बिंदुः
- चंपई सोरेन ने राज्यपाल को पत्र लिखकर दावा किया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 31 जनवरी 2024 को त्यागपत्र सौंपा था।
- सर्किट हाउस में मौजूद विधायकों में महागठबंधन के सभी 43 विधायक हैं, जिनमें समर्थन के संकेत शामिल हैं।
- राज्यपाल ने सिर्फ पांच विधायकों को ही बुलाया है, जिनमें चंपई सोरेन भी शामिल हैं।
समाप्ति: राज्यपाल से मिलने के बाद चंपई सोरेन ने कहा है कि वह जल्दी बुलाए जाने का आश्वासन मिला है, जबकि सर्किट हाउस में समर्थन के साक्षात्कार जारी हैं।
इंडिया गठबंधन के सभी विधायक कुछ समय में हैदराबाद के लिए उड़ान भरने की तैयारी में
शपथ ग्रहण समारोह का समय मांगा । राजपाल ने उन्हें समय नहीं दिया और बोल समय आने पर उन सभी को बुला लिया जाएगा। इस स्थिति में अपने विधायकों को एक साथ रखने के लिए विशेष चार्टर्ड विमान से हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है।सुबह से सर्किट हाउस में जुटे विधायकों का निकलना शुरू हो गया है। कुछ विधायक अपनी गाड़ियों में एक-एक कर निकले है। एसी और ट्रैवलर बस में सवार होकर विधायक निकले है। चार्टर्ड प्लेन से सभी को हैदराबाद भेजने की तैयारी है। चंपई सोरेन ने राजभवन से लौटने के बाद विधायकों से मुलाकात की है।इसके बाद ही विधायक निकले है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि आखिर विधायकों को कहां शिफ्ट करने की तैयारी है। इससे पहले विधायकों ने विडियो के माध्यम से गंठबंधन के साथ होने की बात कही थी। जिसे चंपई सोरेन ने राज्यपाल के सामने भी रखा और समर्थक विधायकों की गिनती भी कराई है।